नई दिल्ली। आतंकवादियों से जुड़ी जानकारी विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों में साझा करने के लिए बना नेटवर्क NATGRID (नेशनल इंटेलीजेंस ग्रिड) की पहुंच अब आयकर विभाग के रिकॉर्ड तक भी होने जा रही है। वह आयकर विभाग के पैन कार्ड रिकार्ड व व्यक्तिगत आयकर दाताओं से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकेगा। हालांकि, नेटग्रिड और विभाग के बीच सहमति पत्र में गोपनीयता का उपबंध रहेगा ताकि करदाताओं की व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहे। देश में 25 करोड़ से अधिक पैन कार्ड धारक हैं जबकि वास्तविक करदाताओं की संख्या लगभग पांच करोड़ है। यह भी पढ़े: GSTN करदाताओं, कर अधकारियों के लिए 25 जून को शुरू करेगा हेल्पलाइन नंबर, मिलेगा हर सवाल का जवाब
जल्द होगा सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
नेटग्रिड को इस बारे में आयकर विभाग के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगा जिसके बाद उसे देश के करदाताओं से जुड़ी जानकारी पाने का अधिकार मिल जाएगा। उल्लेखनीय है कि नेशनल इंटेलीजेंस ग्रिड या नेटग्रिड तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम की परियोजना है जो संप्रग सरकार के कार्यकाल में आई।यह भी पढ़ें: GST लागू होने में बचे हैं अब बस 8 दिन, यहां जानिए किस पर देना होगा आपको कितना टैक्स
CBDT ने जारी किया आदेश
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस बारे में एक आदेश जारी किया है। इसके अनुसार विभाग आयकर दाताओं से जुड़ी जानकारी थोक में उपलब्ध कराएगा। इस जानकारी में करदाता का नाम, लिंग, जन्मतिथि, फोटो शामिल है। यही नहीं विभाग नेटग्रिड को अपने डेटाबेस से करदाता के आवासीय व कार्यालयी पते, ईमेल, फोन व मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराएगा।RBI गवर्नर ने GST के फायदे गिनातें हुए कहा- इससे एक राष्ट्रीय बाजार बनाने में मिलेगी मदद, घटेगा टैक्स बोझ
क्या है नेटग्रिड
नेटग्रिड फिलहाल शुरुआती चरण में है। यह ऐसा ढांचा बनाने में लगा है जिसके जरिए विभिन्न विधि प्रवर्तन एजेंसियां जानकारी हासिल कर सकें। फिलहाल लगभग 70 कर्मचारी इसमें काम कर रहे हैं।यह भी पढ़े: GST से पहले सस्ती हुई यह प्रीमियम बाइक, यूएम लोहिया ने रेनगेड स्पोर्ट्स व कमांडो के दाम 5,700 रुपए तक घटाए
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