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Hindi News पैसा बिज़नेस #ModiInRajanOut - राजन की सख्त नीतियों पर भारी पड़े PM मोदी के रिफॉर्म!

#ModiInRajanOut - राजन की सख्त नीतियों पर भारी पड़े PM मोदी के रिफॉर्म!

साल 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी की पहले ही भविष्‍यवाणी करने वाले रघुराम राजन की रणनीति पर नरेंद्र मोदी की राजनीति का पलड़ा भारी पड़ गया।

#ModiInRajanOut – राजन की सख्त नीतियों पर भारी पड़े PM मोदी के रिफॉर्म!- India TV Paisa #ModiInRajanOut – राजन की सख्त नीतियों पर भारी पड़े PM मोदी के रिफॉर्म!

नई दिल्‍ली: साल 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी की पहले ही भविष्‍यवाणी करने वाले और मौद्रिक नीति पर सरकार के सामने भी तन कर खड़े रहने वाले रघुराम राजन की रणनीति पर नरेंद्र मोदी की राजनीति का पलड़ा भारी पड़ गया। Bloomberg Markets’ 50 Most Influential सूची में  इस बार बड़े बदलाव के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री हई है जबकि आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन और एसबीआई चेयरमैन अंरुधती भट्टाचार्य को इस सूची से बाहर किया गया है। यह सूची बाजार को प्रभावित करने वाले दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों को लेकर बनाई जाती है। इस सूची में राजनेता, मनी मैनेजर्स, वेंचर कैपिटालिस्‍ट, बैंकर्स, कॉरपोरेट दिग्‍गज जैसे लोगों को शामिल किया जाता है।

13वें नंबर पर हैं मोदी

Bloomberg Markets’ 50 Most Influential सूची में नरेंद्र मोदी का स्‍थान 13वां हैं। इस सूची में मोदी से पहले जेलेट येलेन, चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग, एप्पल के सीईओ टिम कुक, लैरी फिंक, वॉरन बफेट, बराक ओबामा, जर्मनी की चांसलर एंजला मर्कल जैसी हस्तियां शुमार है।

प्रभावशाली लोगों की पूरी सूची

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इन्‍वेस्‍टमेंट फ्रेंडली सुधार

ब्‍लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मई 2014 के चुनावों में मोदी ने पिछले 30 साल की सबसे बड़ी जीत हासिल की है, जिससे उन्‍हें कुछ इन्‍वेस्‍टमेंट फ्रेंडली सुधार करने की क्षमता मिली। ब्‍लूमबर्ग ने लिखा है कि इस साल भारत की विकास दर चीन से ज्‍यादा रह सकती है। मोदी ने इस साल यूएस, चीन और ऑस्‍ट्रेलिया समेत कई विदेश दौरे कर दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई है।

पिछली बार राजन और भट्टाचार्य का था नाम

पिछले साल इस सूची में आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन और एसबीआई चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य को शामिल किया गया था। इस साल यह दोनों ही इस सूची से बाहर हैं। राजन, जिन्‍होंने 2003 से 2007 तक अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष में मुख्‍य अर्थशास्‍त्री की भूमिका निभाई, भारत और विदेशों में बहुत सम्‍मानित व्‍यक्ति हैं। केंद्रीय बैंक का संचालन अपने तरीके से करने की वजह से वह भारत में बहुत लोकप्रिय हैं।

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