नालको को हुआ 1,342 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा, कंपनी ने दिया रिकॉर्ड लाभांश
2017-18 में Nalco का शुद्ध मुनाफा इसके पिछले साल के 669 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 1,342 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
भुवनेश्वर। एल्युमीनियम कंपनी नालको ने आज कहा कि नयी कारोबारी योजना से वह वृद्धि के नये पथ पर अग्रसर हुई है और इस कारण 2017-18 में उसका शुद्ध मुनाफा इसके पिछले साल के 669 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 1,342 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) तपन कुमार चंद ने 37वीं वार्षिक आम बैठक से इतर कहा, ‘‘कंपनी ने 2017-18 में इसके पिछले वित्त वर्ष के 669 करोड़ रुपये की तुलना में 1,342 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया जो कि पिछले 10 वर्ष का सर्वाधिक स्तर है।’’ पिछले वित्त वर्ष के दौरान नवरत्न कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को रेखांकित करते हुए चंद ने कहा कि नालको का कारोबार 26 प्रतिशत बढ़कर 9,376 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि इसके गठन के बाद से अब तक का सर्वाधिक है।
इसी तरह निर्यात से प्राप्त आय भी 12 प्रतिशत बढ़कर अब तक के सर्वाधिक स्तर 4,076 करोड़ रुपये रही। नालको इस दौरान शुद्ध विदेशी विनिमय आय के मामले में तीसरी सबसे बड़ी केंद्रीय सार्वजनिक कंपनी रही। कंपनी ने इस दौरान रिकॉर्ड 1,102 करोड़ रुपये के लाभांश का भी निर्णय लिया। यह 2016-17 के 56 प्रतिशत की तुलना में 2017-18 में 114 प्रतिशत है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 37वीं वार्षिक आम बैठक में आज पांच रुपये के प्रति शेयर पर 5.70 रुपये के लाभांश की मंजूरी दी गयी। यह 1981 में कंपनी के गठन के बाद से अब तक का सर्वाधिक लाभांश है। चंद ने टीम की तरह काम, लागत पर मजबूत ध्यान और रणनीतिक नियोजन को सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि नालको की नयी कारोबारी योजना ने कंपनी को वृद्धि के पथ पर अग्रसर किया है। उन्होंने कहा कि परिणाम अब दिखने लगे हैं।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने अन्य क्षेत्रों में सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि पंचपतमली खदान के उत्तर-मध्य खंड ने 68.25 लाख मीट्रिक टन बॉक्साइट का परिवहन कर लगातार दूसरे साल पूरी क्षमता का दोहन किया है। उन्होंने कहा कि वूड मैकेंजी की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी लगातार दूसरे साल विश्व भर में सबसे कम लागत का एलुमिना उत्पादन करने में सक्षम रही है। इस दौरान कंपनी ने एलुमिना हाइड्रेट का अब तक का सर्वाधिक 21.06 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन किया।