नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनियों ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) के वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि की है क्योंकि उनका कारोबार अच्छा हुआ है लेकिन कई छोटी म्यूचुअल फंड कंपनियां जिन्होंने नुकसान दर्ज किया या कम लाभ अर्जित किया है उन्होंने भी अपने CEO को करोड़ों रुपए का वेतन दिया है।
Sebi के नियमों के तहत म्यूचुअल फंड कंपनियों ने किया खुलासा
यह खुलासा बाजार नियामक Sebi के उस अनिवार्य नियम के तहत किया गया है जिसमें सभी म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपने शीर्ष अधिकारियों के वेतन की जानकारी देनी होती है ताकि निवेशकों को इस बारे में पता चल सके। इस संबंध में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एचडीएफसी और रिलायंस म्यूचुअल फंड जैसी प्रमुख फंड कंपनियों ने स्पष्ट घोषणा की है जबकि कुछ ने इसे सीधे निवेशकों की पहुंच के लिए मुश्किल बना दिया है।
यह भी पढ़ें : 11,000 रुपए में नई मारुति सुजुकी Dzire की बुकिंग हुई शुरू, Tata Tigor और Ford Figo Aspire से है मुकाबला
वे निवेशकों के साथ जानकारी साझा करने से पहले फोलियो संख्या इत्यादि की जानकारी मांग रहे हैं जबकि कुछ कंपनियां इसे एक-दो दिन में सीधे निवशकों तक पहुंचा रही हैं. देश के शीर्ष पांच म्यूचुअल फंड कंपनियों में से एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिलिंद बर्वे को वित्त वर्ष 2016-17 में 6.49 करोड़ रुपए का वेतन दिया है जिन्हें 2015-16 में 6.25 करोड़ रुपए का वेतन मिला था। इसी तरह आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने अपने प्रबंध निदेशक निमेष शाह को 5.96 करोड़ रुपए वेतन दिया जो 2015-16 में 5.4 करोड़ रपये था।
Latest Business News