मुंबई-अहमदाबाद के बीच समुद्र के नीचे बनी सुरंग से गुजरेगी बुलेट ट्रेन, 2018 में शुरू होगा काम
मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन का सफर यात्रियों के लिए बहुत रोमांचकारी होगा। यह ट्रेन समुद्र के नीचे बनी सुरंग से गुजरेगी।
नई दिल्ली। मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन का सफर यात्रियों के लिए बहुत रोमांचकारी होगा। यह ट्रेन समुद्र के नीचे बनी सुरंग से गुजरेगी। बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट से जुड़े रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर हाई स्पीड रेल कॉरीडोर का 21 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के नीचे से गुजरेगा। इस कॉरीडोर का अधिकांश हिस्सा एलीवेटेड ट्रैक पर प्रस्तावित है। जेआईसीए की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक थाणे और विरार के बीच यह बुलेट ट्रेन 21 किलोमीटर लंबी समुद्री सुरंग से गुजरेगी।
इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 97,636 करोड़ रुपए है और 81 फीसदी राशि जापान से लोन के रूप में प्राप्त होगी। इस प्रोजेक्ट में संभावित लागत वृद्धि, निर्माण के दौरान ब्याज और आयात शुल्क भी शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि जापान 0.1 फीसदी सालाना ब्याज दर पर 50 साल के लिए यह लोन देगा। लोन एग्रीमेंट के तहत रोलिंग स्टॉक और अन्य उपकरण जैसे सिग्नल और पावर सिस्टम का जापान से आयात किया जाएगा।
तस्वीरों में देखिए जून में चलने वाली टैलगो ट्रेन को
Talgo high speed train
अधिकारी ने बताया कि जापान के साथ लोन एग्रीमेंट पर इस साल के अंत तक हस्ताक्षर किए जाएंगे और इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य 2018 के अंत तक शुरू होने की संभावना है। इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता से पूरा करने के लिए रेलवे ने नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) नामक स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन 500 करोड़ की चुकता पूंजी के साथ किया है। कैबिनेट सेक्रेटरी, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और पब्लिक ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को मिलाकर बनी सर्च कमेटी एनएचएसआरसीएल के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर और पांच डायरेक्टर का चयन करने की प्रक्रिया में है। रेलवे इस स्पेशल पर्पज व्हीकल के लिए पहले ही 200 करोड़ रुपए आवंटित कर चुका है। इस स्पेशल पर्पज व्हीकल में महाराष्ट्र और गुजरात की 25-25 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि शेष 50 फीसदी हिस्सेदारी रेलवे की होगी।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर की दूरी इस बुलेट ट्रेन के जरिये तकरीबन दो घंटे में पूरी होने की बात कही जा रही है। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा और ऑपरेटिंग स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। वर्तमान में दुरंतो एक्सप्रेस मुंबई से अहमदाबाद के बीच की दूरी लगभग सात घंटे में पूरी करती है। इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए नीति आयोग के वाइस चेयरमैन की अध्यक्षता में एक ज्वाइंट कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें डीआईपीपी के सेक्रेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी और फॉरेन मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी के साथ ही रेलवे बोर्ड चेयरमैन को शामिल किया गया है।