नई दिल्ली। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटालाइजेशन अगले 3-4 साल में बढ़कर 100 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच जाएगा। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैप 47 अरब डॉलर है। उच्च ग्रॉस रिफाइनरी मार्जिन की वजह से पिछले एक साल से रिलायंस इंडस्ट्रीज सेंसेक्स पर बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
मॉर्गन स्टेनले की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 3-4 साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यह तो केवल शुरुआत है। रिलायंस अभी तक के सबसे बड़े निवेश कार्यक्रम को पूरा करने के नजदीक है। वित्त वर्ष 2013-14 से 2016-17 के दौरान कंपनी ने 46 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई थी, जिससे कंपनी के लिए कई सालों तक मजबूत एफसीएफ जनरेशन का रास्ता साफ होगा।
मॉर्गन स्टेनले ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर 1329 रुपए के 12 महीने के टारगेट प्राइस के साथ अपनी रैटिंग को उच्च बनाए रखा है, जो यह बताता है कि अगले 12 महीने में रिलायंस का शेयर 37 फीसदी ऊपर चढ़ेगा। वित्त वर्ष 2016-17 से निवेश कार्यक्रम से जनरेट होने वाले मजबूत एफसीएफ के लिए रिपोर्ट में पांच कारण बताए गए हैं, जिसमें टेलीकॉम (जियो) ऑपरेशन प्रमुख है, इसमें ऑयल कीमतों के बढ़कर 60 डॉलर प्रति बैरल होने, रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू डबल होना भी प्रमुख है। पिछले एक साल के दौरान रिलायंस का शेयर 14 फीसदी ऊपर चढ़ा है, जबकि इसी अविध में बीएसई सेंसेक्स में 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
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