मुकेश अंबानी ने छोटे बेटे अनंत को सौंपी जिम्मेदारी, RIL की ग्रीन एनर्जी कंपनियों के बोर्ड में किया शामिल
फरवरी में अनंत अंबानी को रिलायंस ओ2सी के बोर्ड में नियुक्त किया गया था। अनंत जियो प्लेटफॉर्म के बोर्ड में भी डायरेक्टर के तौर पर शामिल हैं।
नई दिल्ली। देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) अब ग्रीन एनर्जी कारोबार में उतरने जा रही है। इसके लिए दो कंपनियां रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी का गठन किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) को इन दोनों नवगठित कंपनियों के बोर्ड में डायरेक्ट नियुक्त किया गया है। मुकेश अंबानी ने 24 जून को आयोजित वार्षिक आम सभा में ग्रीन एनर्जी कारोबार में उतरने की घोषणा की थी।
26 साल के अनंत अंबानी को इसी साल फरवरी में रिलायंस ओ2सी का डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। इसमें सउदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी सउदी अरामको ने भी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है। इससे एक साल पहले अनंत को जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड में भी शामिल किया गया था, जहां उनके बड़े भाई आकाश अंबानी (Akash Ambani) और बहन ईशा अंबानी (Isha Ambani) भी डायरेक्टर हैं।
64 साल के हो चुके मुकेश अंबानी ने अभी तक अपनी उत्तराधिकार योजना का खुलासा नहीं किया है। इस वजह से निवेशकों के बीच यह चर्चा आम हो चली है कि अंबानी के बाद कंपनी की बागडोर कौन संभालेगा। 2002 में आरआईएल के संस्थापक धीरूभाई अंबानी की मृत्यु के बाद उनके दोनों बेटों मुकेश और अनिल के बीच उत्तराधिकार को लेकर विवाद हुआ था। धीरूभाई ने अपनी कोर्ठ वसीयत नहीं छोड़ी थी, जिस कारण कंपनी के कारोबार को दोनों भाईयों के बीच बंटवारा करना पड़ा। मुकेश अंबानी को तेल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार मिला, जबकि अनिल अंबानी को एनर्जी, फाइनेंस और टेलीकॉम कारोबार मिला।
जियो प्लेटफॉर्म्स के अलावा 29 साल के जुड़वा ईशा और आकाश रिलायंस रीटेल वेंचर्स के बोर्ड में भी डायरेक्टर के तौर पर शामिल हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रीटेल वेंचर्स में अरबों डॉलर का निवेश आया है। इनमें गूगल, फेसबुक, सिल्वर लेक और सउदी अरब के पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड ने निवेश किया है।
अनंत की बोर्ड में नियुक्ति से अब मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों का रिलायंस के अहम कारोबार में प्रतिनिधित्व है। हाल में कंपनी के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स को अलग करके एक अलग कंपनी रिलायंस ओ2सी बनाई गई है। इस तरह आरआईएल अब टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की तरह हो गई है। रिलायंस अब जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रीटेल वेंचर्स के आईपीओ का भी रास्ता साफ कर रही है।
रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी के अलावा आरआईएल ने ग्रीन एनर्जी के लिए 5 और कंपनियां बनाई हैं। इनमें रिलायंस न्यू एनर्जी स्टोरेज, रिलायंस सोलर प्रोजेक्ट्स, रिलायंस स्टोरेज, रिलायंस न्यू एनर्जी कार्बन फाइबर और रिलायंस एनर्जी हाइड्रोजन लेक्ट्रोलाइसिस शामिल हैं। इन सभी सातों कंपनियों में 3-3 डायरेक्टर हैं। शंकर नटराजन इन सभी कंपनियों में डायरेक्टर हैं। पिछले महीने एजीएम में मुकेश अंबानी ने कहा था कि आरआईएल अगले 3 वर्षों में क्लीन एनर्जी पर 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
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