मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी की आर्थिक हालत बहुत खराब, गहने बेचकर चुका रहे हैं वकीलों की फीस
अनिल अंबानी ने अदालत में हलफनामा पेश करते हुए कहा कि इस साल जनवरी से जून के बीच उन्होंने 9.9 करोड़ रुपए मूल्य के गहनों की बिक्री की है और अब उनके पास कोई कीमती गहना नहीं बचा है।
नई दिल्ली। देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के छोटे भाई और कभी देश के शीर्ष उद्योगपतियों में शामिल रहे अनिल अंबानी की आर्थिक हालत कितनी खराब है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वकीलों की फीच चुकाने के लिए उन्हें अपने गहने बेचने पड़ रहे हैं। भारीभरकम ऋण के बोझ से दबे उद्योगपति अनिल अंबानी ने यह बात खुद ब्रिटेन की एक अदालत में बताई। चीनी बैंक द्वारा अपने कर्ज की वसूली के लिए ब्रिटेन की अदालत में किए गए एक मुकदमे की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी से उनकी सारी संपत्ति का विवरण उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था।
अनिल अंबानी ने अदालत में हलफनामा पेश करते हुए कहा कि इस साल जनवरी से जून के बीच उन्होंने 9.9 करोड़ रुपए मूल्य के गहनों की बिक्री की है और अब उनके पास कोई कीमती गहना नहीं बचा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास कभी भी रॉल्स रॉयस कार नहीं थी और वर्तमान में वह सिर्फ एक कार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने 22 मई, 2020 को अनिल अंबानी से कहा था कि वो चीन के तीन बैंकों को 12 जून, 2020 तक 71,69,17,681 डॉलर (करीब 5,281 करोड़ रुपए) कर्ज की रकम और 50,000 पाउंड (करीब 7 करोड़ रुपए) बतौर कानूनी खर्च के रूप में भुगतान करें। फिर 15 जून को इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना की अगुआई में चीनी बैंकों ने अनिल अंबानी की संपत्तियों का खुलासा करने की मांग की थी।
29 जून को मास्टर डेविसन ने अंबानी को हलफनामे के जरिये पूरी दुनिया में फैली अपनी उन संपत्तियों का खुलासा करने का आदेश दिया, जिनकी कीमत 1,00,000 लाख डॉलर (करीब 74 लाख रुपए) से ज्यादा है। उनसे हलफनामे में यह भी बताने को कहा गया कि उन संपत्तियों में उनकी पूरी हिस्सेदारी है या वो इनके किसी के साथ संयुक्त हकदार हैं।
इस आदेश पर अदालत को दिए हलफनामे में अंबानी ने बताया कि उन्होंने रिलायंस इन्नोवेंचर्स को 5 अरब रुपए का लोन दिया है। उन्होंने बताया कि रिलायंस इन्नोवेंचर्स में 1.20 करोड़ इक्विटी शेयर की कोई कीमत नहीं है। अंबानी ने कोर्ट को बताया कि अपने पारिवारिक ट्रस्ट समेत दुनियाभर के किसी भी ट्रस्ट में उनका कोई आर्थिक हित नहीं है।
अंबानी ने बताया कि उन्होंने 2019-20 में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से कोई प्रफोशनल फीस नहीं ली और जिस तरह के हालात हैं, उनसे नहीं लगता कि इस वर्ष भी कुछ मिलने वाला है। अनिल अंबानी ने अदालत में कहा कि मेरा खर्च बहुत कम है, जो मेरी पत्नी और परिवार वहन करते हैं। मेरी कोई चकाचौंध भरी जिंदगी नहीं है, ना तो आमदनी का कोई दूसरा जरिया है। मैं अपना कानूनी खर्च गहने बेचकर जुटा रहा हूं। मुझे बाकी खर्चों के लिए दूसरी संपत्तियां बेचने की कोर्ट से अनुमति की दरकार होगी।
जब उनसे प्राइवेट हेलीकॉप्टर के बारे में पूछा गया तो अंबानी ने कहा कि मैं सिर्फ व्यक्तिगत इस्तेमाल पर ही इसका भुगतान करता हूं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान इसका इस्तेमाल नहीं किया गया। अंबानी ने बताया कि उनके घर सीविंड में आठ महीने का बिजली बिल 60.6 लाख रुपए आया। उन्होंने इतने भारी-भरकम बिल के लिए बिजली मुहैया कराने वाली कंपनी पर ठीकरा फोड़ा और कहा कि कंपनी बहुत मंहगी कीमत पर बिजली देती है।