नई दिल्ली। देश की दो बड़ी सरकारी टेलीकॉम कंपनी MTNL (महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड ) और BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड ) का विलय दोनों कंपनियों के लिए बेहद जरूरी है। MTNL के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने बताया कि बेहद प्रतिस्पर्धी दूरसंचार बाजार में अखिल भारतीय स्तर पर मजबूत मौजूदगी के लिए ऐसा विलय जरूरी है। आपको बता दें कि MTNL दिल्ली और मुंबई में सेवाएं देती है। वहीं भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) देश के अन्य हिस्सों में परिचालन है।
बेहद जरूरी है ये विलय
पुरवार ने कहा कि उद्योग का एकीकरण हो रहा है। यह बीएसएनएल और एमटीएनएल का मुद्दा नहीं है। किसी ऑपरेटर के लिए भारत में सफल होने को अखिल भारतीय स्तर पर परिचालन जरूरी है। बीएसएनएल-एमटीएनएल का विलय एक वांछित स्थिति है।
MTNL के चेयरमैन ने दिया Idea और वोडाफोन का उदाहरण
पुरवार ने एयरटेल-टेलीनॉर, आरकॉम-एयरसेल तथा वोडाफोन-आइडिया सेल्युलर के विलय का उदाहरण देते हुए कहा कि अब सीमान्त ऑपरेटरों के दिन लद गए हैं। आपकी उपस्थिति अखिल भारतीय स्तर की होनी चाहिए। पुरवार का मानना है कि दोनों सरकारी दूरसंचार कंपनियों के बीच परिचालन तालमेल तथा विलय उनकी पूर्ण क्षमता के दोहन के लिए जरूरी है।
बेहद अहम है ये बयान
यह बयान ऐसे समय आया है जबकि बीएसएनएल-एमटीएनएल के विलय को लेकर चर्चा चल रही है। एक संसदीय समिति ने हाल में कहा है कि दूरसंचार विभाग की योजना इस विलय प्रस्ताव को जून में केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखने की है।
सरकार का फिलहाल विलय करने का नहीं है कोई प्रस्ताव
दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने संसद में एक लिखित जवाब में कहा कि फिलहाल बीएसएनएल और एमटीएनएल के विलय के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है।
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