कारोबार शुरू करने में श्रमिकों, कच्चा माल की आवाजाही मुख्य बाधा: CII
CII ने लॉकडाउन में कामकाज को लेकर 180 कंपनियों के बीच सर्वे किया
नई दिल्ली। उद्योग संगठन सीआईआई का कहना है कि कामकाज शुरू करने के मामले में उद्योग जगत के समक्ष उपक्रमों को परमिट, श्रमिकों को कर्फ्यू पास तथा कच्चे माल की आवाजाही मुख्य बाधाएं हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ ने देश भर की 180 कंपनियों के सर्वेक्षण से यह निष्कर्ष निकाला है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि संगठन ने आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के संबंध में सुझाव दिया है कि संक्रमण से मुक्त इलाकों में उद्योगों को बिना परमिट की जरूरत के परिचालन की अनुमति दी जाये। उनके लिये सिर्फ प्रशासन को सूचित करने की आवश्यकता होनी चाहिये। कामगारों को कंपनी के द्वारा जारी पत्र के आधार पर आने-जाने की मंजूरी दी जानी चाहिये तथा उन्हें अपने वाहनों से आने-जाने की भी छूट मिलनी चाहिये।
सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश कंपनियों ने माना कि गृह मंत्रालय के द्वारा 15 और 16 अप्रैल को जारी दिशानिर्देशों को राज्य सरकारों ने भी स्पष्ट तौर पर आगे बढ़ाया। हालांकि 46 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि परमिट की मंजूरी या तो नहीं दी गयी या इसमें देरी की गयी। वहीं, 40 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि उन्हें आसानी से परमिट मिल गया। सीआईआई ने इस बारे में सुझाव दिया कि परमिट के आवेदन पर निर्णय लेने की एक समयसीमा तय की जानी चाहिये। यदि तय समयसीमा में निर्णय नहीं लिया जाये तो संबंधित आवेदन को स्वत: मंजूरी मिल जानी चाहिये। दो तिहाई कंपनियों का मानना रहा कि कर्मचारियों को घर से कार्यस्थल पर लाना और वापस ले जाना बड़ी दिक्कत बना हुआ है।