करीब 250 दिनों के इंतजार के बाद फिर शुरू हुई 108 साल पुरानी ट्रेन, 7 राज्यों का करती है सफर
भारतीय रेलवे की 108 साल पुरानी पंजाब मेल भी 255 दिनों के बाद 1 दिसंबर 2020 से एक बार फिर पटरियों पर वापस लौट आई है।
Indian Railways: कोरोना संकट के चलते 25 मार्च से थमे भारतीय रेल के बंधे पहिए अब धीरे धीरे खुलने लगे हैं। कुछ महीनों से रेलवे सिर्फ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर रही है। लेकिन 1 दिसंबर से रेलवे ने कुछ और ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है। इस बीच भारतीय रेलवे की 108 साल पुरानी पंजाब मेल भी 255 दिनों के बाद 1 दिसंबर 2020 से एक बार फिर पटरियों पर वापस लौट आई है। यह ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से 1 दिसंबर को शुरू की जाएगी, जबकि पंजाब के फिरोजपुर कैंट जंक्शन से यह 3 दिसंबर से शुरू होगी।
देश के करीब सात राज्यों को जोड़ने वाली यह ट्रेन बीते 22 मार्च से रेल सेवाएं निलंबित किए जाने के दिन बंद है। रेलवे द्वारा पंजाब मेल में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिर रिजर्वेशन बुकिंग शुरू कर दी गई है। लंबे समय के बाद रेलवे ट्रैक पर लौट रही यह ट्रेन एलएचएस कोच के साथ अपने नए रंग रूप में भी लोगों के सामने होगी। पंजाब मेल के चलने से आम यात्रियों के अलावा सेना के जवानों व अधिकारियों को विशेष रूप से लाभप्रद होगी।
1 जून 1912 को पहली बार चली थी पंजाब मेल
एक जून, 1912 से अपने सफर पर अनवरत चलने वाली पंजाब मेल 108 साल की हो गई है। बल्लार्ड पियर से पेशावर के मध्य शुरू हुई यह ट्रेन आजादी के बाद से अब तक फिरोजपुर कैंट रेलवे स्टेशन से मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल के लिए चल रही है। यह ट्रेन आजादी के पहले से अब तक पूरी तरह से सफलतापूर्वक चल रही है।
सात राज्यों को जोड़ती है पंजाब मेल
भारतीय रेल की यह ट्रेन पंजाब के फिरोजपुर कैन्ट जंक्शन से शुरू होकर देश के सात राज्यों को आपस में जोड़ने का काम करती है। पंजाब में फिरोजपुर कैंट जंक्शन से भटिंडा जंक्शन, हरियाणा के जींद जंक्शन, रोहतक, फरीदाबाद, दिल्ली के शकूरबस्ती, नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश के मथुरा जंक्शन, आगरा, राजस्थान के धौलपुर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, यूपी के झांसी जंक्शन, ललितपुर, एमपी के भोपाल जंक्शन, खंडवा जंक्शन और महाराष्ट्र भुसावल जंक्शन, नासिक, दादर सेंट्रल होती हुई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पहुंचती है।