नई दिल्ली। घरेलू विमानन कंपनियों ने फरवरी के दौरान 74.76 लाख यात्रियों को हवाई यात्रा कराई, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 24 फीसदी अधिक है। इस दौरान ज्यादातर एयरलाइनों की सीटें 80 फीसदी से अधिक भरी रहीं। पिछले साल फरवरी में इन विमानन कंपनियों ने 60.16 लाख यात्रियों को हवाई यात्रा कराई थी।
इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी सबसे ज्यादा
विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए द्वारा पेश ताजा आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में बजट एयरलाइन इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 36.8 फीसदी रही, जबकि जेट एयरवेज की बाजार हिस्सेदारी 18.4 फीसदी रही। एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 15.4 फीसदी रही, जबकि स्पाइसजेट की 13.1 फीसदी, गोएयर की 8 फीसदी, जेटलाइट की 2.8 फीसदी, एयरएशिया की 2.2 फीसदी, विस्तारा की 2 फीसदी और एयर कोस्टा की 0.8 फीसदी बाजार हिस्सेदारी रही।
ग्रीष्मकालीन सत्र में प्रति सप्ताह अधिक उड़ानों का परिचालन
घरेलू विमानन कंपनियां 27 मार्च से शुरू हो रहे ग्रीष्मकालीन सत्र के दौरान प्रति सप्ताह 14,869 उड़ानों का परिचालन करेंगी, जो पिछले साल की इसी सत्र की तुलना में करीब 19 फीसदी अधिक हैं। वर्ष 2015 के दौरान ग्रीष्मकालीन सत्र में प्रति सप्ताह उड़ानों की संख्या 12,533 रही थी। ग्रीष्मकालीन सत्र मार्च के आखिरी रविवार से शुरू होकर अक्टूबर के अंतिम शनिवार तक चलता है।
हालांकि, इस बार नियमित सेवाएं देने वाली विमानन कंपनियां 77 हवाईअड्डों से परिचालन करेंगी, जबकि पिछले साल इन कंपनियों ने 81 हवाईअड्डों से परिचालन किया था। इस बार विमानन कंपनियां चार हवाईअड्डों नांदेड़ (महाराष्ट्र), मैसूर (कर्नाटक), भावनगर व पोरबंदर (गुजरात) से ग्रीष्मकालीन उड़ानों का परिचालन नहीं करेंगी। एयर इंडिया, एलायंस एयर, जेट एयरवेज, जेटलाइट, इंडिगो, स्पाइसजेट, गोएयर, एयरएशिया, विस्तारा, एयर कोस्टा, एयर पेगासस और ट्रूजेट के ग्रीष्मकालीन उड़ान कार्यक्रम को मंजूरी प्रदान की गई है।
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