नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद संदिग्ध बैंक जमाओं के लिए जांच दायरे में आए 18 लाख लोगों को भेजे गए एसएमएस और ई-मेल के जरिये पूछे गए सवालों का 7 लाख से ज्यादा लोगों ने जवाब दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैंक जमा पर प्राप्त सात लाख जवाबों में मिले आंकड़ों में से 99 प्रतिशत सही पाए गए हैं।
- इनकम टैक्स विभाग द्वारा बैंक जमा पर ईमेल और एसएमएस से भेजे गए प्रश्नों का जवाब नहीं देने वालों को गैर-सांविधिक पत्र भेजे गए हैं।
- इनकम टैक्स विभाग ने 9 लाख खाताधारकों को संदिग्ध की श्रेणी में रखा है। इनके खिलाफ कार्रवाई नई टैक्स छूट योजना की अवधि समाप्त होने के बाद की जाएगी। इस योजना की अवधि 31 मार्च को समाप्त हो रही है।
- उल्लेखनीय है कि इनकम टैक्स विभाग ने नोटबंदी की अवधि के दौरान पांच लाख रुपए से अधिक की बैंक जमा करवाने वाले 18 लाख लोगों को अपने ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत एसएमएस तथा ईमेल भेजे थे।
- इन खाताधारकों से कहा गया था कि वे जमाओं व धन के स्रोत के बारे में 15 फरवरी तक स्पष्टीकरण दें।
- उल्लेखनीय है कि सरकार ने 8 नवंबर 2016 की रात नोटबंदी की घोषणा की और 1000 व 500 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया।
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