मूडीज ने दिए भारत की रेटिंग बढ़ाने के संकेत, कहा- नोटबंदी से सॉवरन रेटिंग पर होगा पॉजिटिव असर
मूडीज ने कहा है कि नोटबंदी के चलते देश में टैक्स चोरी और करप्शन में कमी आएगी, जिससे सांस्थानिक ढांचा मजबूत होगा और इन सबका सॉवरन रेटिंग पर पॉजिटिव असर होगा।
Ankit Tyagi Mar 02, 2017, 11:26:58 IST
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश के बेहतर होते इकोनॉमी सिस्टम्स पर पॉजिटिव राय रखते हुए रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने कहा है कि नोटबंदी के चलते देश में टैक्स चोरी और करप्शन में कमी आएगी, जिससे सांस्थानिक ढांचा मजबूत होगा। साथ ही, भारत की सॉवरन रेटिंग पर भी इसका पॉजिटिव असर होगा।
सॉवरन रेटिंग पर होगा पॉजिटिव असर
- मूडीज ने नोटबंदी पर अपनी रिपोर्ट में लिखा है, हमें लगता है कि आगे चलकर सिस्टम में इसी रफ्तार से कैश बढ़ता रहेगा।
- मीडियम टर्म में नोटबंदी के चलते देश में टैक्स चोरी और करप्शन में कमी आएगी, जिससे सांस्थानिक ढांचा मजबूत होगा।
- इससे टैक्स देने वाली एंटिटी की संख्या बढ़ सकती है।
- नोटबंदी से फाइनैंशल सिस्टम का दायरा भी बढ़ेगा।
- रिपोर्ट के मुताबिक, इन सबका सॉवरन रेटिंग पर पॉजिटिव असर होगा।
नोटबंदी के बाद भारत हुआ मजबूत
- मूडीज के मुताबिक आर्थिक उथलपुथल और कैश की कमी का सबसे बुरा दौर गुजरने के बाद भारत मजबूत बना हुआ है।
- इससे कंजम्पशन और इन्वेस्टमेंट में बढ़ोतरी होनी चाहिए।
- हालांकि, उसने यह भी कहा है कि जनवरी-मार्च 2017 तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.4 प्रतिशत रह जाएगी, जो इससे पिछली तिमाही में 7 प्रतिशत रही।
टैक्स कलेक्शन बढ़ेगा, बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ पर होगा निगेटिव असर
- मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने यह भी कहा है कि ज्यादातर पुराने नोट बैंकिंग सिस्टम में आ चुके हैं।
- इससे पहले जो आमदनी और संपत्ति छिपाई गई थी, वह वैध हो गई है।
- इससे सरकार को भविष्य में टैक्स कलेक्शन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। हालांकि, नोटबंदी से बैंकों की ऐसेट क्वॉलिटी और लोन ग्रोथ पर बुरा असर पड़ा है।
बैंकों की ऐसेट क्वॉलिटी पर दबाव बढ़ने की आशंका
- मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस को जनवरी-मार्च 2017 तिमाही में भी बैंकों की ऐसेट क्वॉलिटी पर दबाव बढ़ने की आशंका है। हालांकि, उसने यह भी कहा है कि भारतीय बैंकों के पास इस चुनौती से निपटने की क्षमता है।
- उसने कहा है कि नोटबंदी के चलते बैंकों के पास काफी कैश आया है, जिससे उन्हें चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। हालांकि, मूडीज को बैंकों के डिपॉजिट में 1-2 प्रतिशत ही बढ़ोतरी की उम्मीद है क्योंकि ज्यादातर रिटेल ट्रांजैक्शंस अभी भी नकद में हो रहे हैं।
रियल एस्टेट, ऑटो और स्टील सेक्टर्स में शुरू हुई रिकवरी
- रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद रियल एस्टेट, ऑटो और स्टील सेक्टर्स में रिकवरी शुरू हो गई है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि यह ट्रेंड इस साल की दूसरी छमाही में भी जारी रहेगा।
- स्टील प्रॉडक्शन में नोटबंदी के चलते काफी कमी आई थी, लेकिन उसके बाद तेज रिकवरी हुई और अब यह उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
- नोटबंदी का देश की ऑइल-गैस रिफाइनिंग और मार्केटिंग कंपनियों पर मामूली असर हुआ है।