नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी चीन को बड़ा झटका दिया है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने चीन की लॉन्ग टर्म लोकल और विदेशी करंसी रेटिंग को Aa3 से घटाकर A1 कर दिया है। वहीं, आउटलुक को स्टेबल से घटाकर निगेटिव कर दिया है।मूडीज ने यह फैसला आने वाले दिनों में चीन की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते लिया है। आपको बता दें कि सन 1989 के बाद पहली बार चीन की रेटिंग घटी है।
मूडीज सोवरेन रिस्क ग्रुप की असोसिएट मैनेजिंग डायरेक्टर मैरी डिरोन ने कहा
हमने चीन की रेटिंग को दोबारा चेक करने के लिए कोई टाइमटेबल नहीं तय किया है। हालांकि हम रेग्युलर बेसिस पर कंडीशन को मॉनिटर करते रहेंगे।
बढ़ते कर्ज बोझ के चलते लिया फैसला
मूडीज ने कहा है कि चीन की इकॉनमी पर कर्ज बढ़ता ही जा रहा है और विकास में कमी आई है। आने वाले दिनों में चीन की आर्थिक मजबूती के कमजोर होने की आशंका के मद्देनजर रेटिंग को घटा दिया गया है। चीन में चल रहे रिफॉर्म से कुछ समय बाद इकॉनमी और आर्थिक सिस्टम में रिफॉर्म संभव है, लेकिन इससे इकॉनमी पर बढ़ते कर्ज को रोका नहीं जा सकता है। ऐसे में सरकार पर बोझ बढ़ेगा। यह रेटिंग ऐसे समय में आई है जब चीन घटते विकास दर तथा बढ़ते कर्ज की समस्या से जूझ रहा है। यह भी पढ़े: चीन के OBOR मेगा प्रोजेक्ट के खिलाफ भारत ने बनाई नई स्ट्रैटजी, एनर्जी डिप्लोमेसी के जरिए देगा जवाब
चीन को लेकर चिंताएं कायम
आने वाले वर्षों में चीन की पोटेंशल जीडीपी ग्रोथ के 5 फीसदी तक आ जाने की संभावना है। पिछसे कुछ महीनों से अथॉरिटी ने कर्ज और हाउसिंग रिस्क को कम करने के प्रयासों को शुरू कर दिया है। पहले क्वार्टर में चीन की GDP ग्रोथ 6.9 प्रतिशत रही। मूडीज ने कहा, हमें चीन की सरकार पर कर्ज के 2018 तक 40 फीसदी तक तथा दशक के अंत तक 45 फीसदी हो जाने की उम्मीद है। बढ़ते कर्ज से चीन के क्रेडिट प्रोफाइल के घटने का संकेत मिला, जो अभी A1 रेटिंग पर है। यह भी पढ़े: चीन OBOR पर करेगा 52 लाख करोड़ रुपए का बड़ा निवेश, इस पूरी योजना को ऐसे समझिए
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