नई दिल्ली। मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने वर्ष 2016 में भारत की ग्रोथ 7.5 फीसदी रहने के पूर्वानुमान को बरकरार रखा है। दूसरी ओर मजबूत राजकोषीय और मौद्रिक समर्थन के चलते चीन की ग्रोथ दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वैश्विक अर्थव्यवस्था के अपने नवीनतम आंकलन में मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने कहा उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्थाओं में स्थिरता कायम है। हालांकि नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद होने वाले नीतिगत बदलाव वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए तत्काल चिंता का सबब हैं।
मूडीज ने एक बयान में कहा कि उसके अनुसार अब चीन की ग्रोथ दर वर्ष 2016 में 6.6 फीसदी और 2017 में 6.3 फीसदी रहेगी। जबकि उसने पहले इसके 2016 के लिए 6.3 फीसदी और 2017 के लिए 6.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। इसके पीछे अहम वजह मजबूत राजकोषीय और मौद्रिक नीति का समर्थन होना है। भारत के संबंध में इसमें कहा गया है कि भारत, इंडोनेशिया, कोरिया और सऊदी अरब के लिए उसने मई में जो आकलन किया था, वह अपरिवर्तित है।
मई में ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2016-17 (वृहद वैश्विक परिदृश्य 2016-17) में मूडीज ने कहा था कि वर्ष 2016 एवं 2017 में भारत की ग्रोथ दर बढ़ोतरी के साथ 7.5 फीसदी रहेगी, जबकि 2015 में यह 7.3 फीसदी थी। लंबे समय के बाद यह पहला मौका है जब एजेंसी ने चीन की ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाया है।
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