नई दिल्ली। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने कहा कि यस बैंक के खातों में कॉरपोरेट ऋण की अधिकता के कारण इस निजी बैंक की एसेट क्वालिटी में और गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही मूडीज ने कहा है कि बैंक खुदरा परिचालन में विस्तार करेगा तो उसके समक्ष परिचालनगत चुनौतियां आ सकती हैं। मूडीज ने यस बैंक पर अपनी ताजा राय में उक्त बात कही है। इसके अनुसार, ऊंचे सघनता जोखिम और कॉरपोरेट ऋणों की बहुलता को ध्यान में रखते हुए हम एसेट क्वालिटी को लेकर चिंतित हैं तथा भारतीय कंपनियों पर दबाव को देखते हुए इसमें और गिरावट अपेक्षाग्त है।
इसके अनुसार बैंक की एसेट क्वालिटी में हाल ही की तिमाहियों में गिरावट आई है। बैंक का सकल गैर निष्पादित ऋण 139 फीसदी बढ़कर 2015-16 में 750 करोड़ रुपये हो गया जो कि एक साल पहले 310 करोड़ रुपये था।
बैंकों को आंख मूंदकर CBI, CVC की कार्रवाई से राहत देने के पक्ष में नहीं राजन
बैंकों की CBI, CVC जैसी एजेंसियों की निगरानी से छूट दिए जाने की मांग के बीच रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि पूरी तरह आंख मूंदकर तो राहत नहीं दी जा सकती। हालांकि, यह महसूस किया गया कि कर्ज देने का निर्णय उचित जांच पड़ताल के बाद किया गया है तो ऐसे मामले में जरुर संरक्षण दिया जाएगा। राजन ने कहा, मेरा मानना है कि बैंक अधिकारियों ने इस बारे में अपनी चिंता जताई है कि पूरी निष्ठा के साथ जो काम किया गया ऐसे मामलों में उन्हें कारवाई के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।
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