नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होगा और इसका समापन 10 अगस्त को होगा। संसदीय कार्यों की कैबिनेट कमेटी ने सोमवार को इस आशय का प्रस्ताव रखा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली सीसीपीए की सोमवार को हुई बैठक में मानसून सत्र की तारीख पर फैसला लिया गया। राष्ट्रपति आधिकारिक रूप से मानसून सत्र शुरू करेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि मानसून सत्र में कुल 18 कार्यदिवस होंगे। मानसून सत्र में कई प्रमुख बिल पेश किए जाएंगे, जिनमें संविधान (123वां) संशोधन बिल, 2017, तीन तलाक बिल, ट्रांसजेंडर बिल, दि इंडियन आर्बिट्रेशन काउंसिल एक्ट, 2017 और स्पेसिफिक रिलीफ (संशोधन) बिल, 2018 शामिल हैं।
मोदी सरकार ने सोनिया गांधी, ममला बनर्जी और मायावती से आगामी मानसून सत्र में तीन तलाक बिल को पारित कराने के लिए समर्थन मांगा है। बजट सत्र के बाद मानसून सत्र बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे पहले विपक्ष के भारी हंगामे और विरोध के कारण पूरा बजट सत्र बेकार चला गया था और उसमें एक भी बिल पारित नहीं हो पाया था। बजट सत्र में लोकसभा में आवंटित कुल समय का केवल एक प्रतिशत का ही उपयोग हो पाया था, जबकि राज्यसभा में कुल समय का केवल 6 प्रतिशत ही उपयोग हो सका था।
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