नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मानसून को लेकर अपना पहला पूर्वानुमान जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक इस साल देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहने की संभावना है। मानसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान दीर्घावधि औसत के मुकाबले 96 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। केरल में मानसून आने की तारीख की घोषणा मई के अंत में की जाएगी। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने सामान्य के मुकाबले 95 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया है।
आईएमडी ने अपने बयान में कहा कि इस साल देश में मानसून सामान्य रहेगा। इतनी ही नहीं देश के प्रमुख हिस्सों में बारिश का वितरण भी अच्छा रहने का अनुमान है। दीर्घावधि औसत के मुकाबले 96 फीसदी बारिश हो सकती है। अनुमान के मुकाबले 5 फीसदी प्लस या माइनस त्रुटि हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त-अक्टूबर अवधि में अल-नीनों की 50 फीसदी संभावना है। मॉनसून के दूसरे भाग में अल-नीनो का खतरा कम है। भारतीय मौसम विभाग ने आगे कहा कि पिछले साल मॉनसून अच्छा रहा था। पिछले साल आईएमडी ने 106 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया था जबकि सामान्य के मुकाबले 96 फीसदी बारिश हुई थी।
आईएमडी के वर्गीकरण के अनुसार 50-वर्षीय औसत बारिश के मुकाबले 96 से 104 फीसदी को सामान्य माना जाता है। वहीं 90 से 96 प्रतिशत के बीच बारिश होती है तो मानसून को सामान्य से कम माना जाता है। सामान्य के मुकाबले 90 फीसदी से कम बारिश सूखे की श्रेणी में आता है।
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