पुणे। सूखा पीडि़त महाराष्ट्र में किसानों की बुआई की तैयारी के बीच मौसम विभाग ने इसे धीमा रखने की सलाह दी है क्योंकि राज्य में बहु-प्रतीक्षित मानसून आने में देरी होती दिख रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के कृषि-मौसम विभाग (एग्रीमेट) ने किसानों से कहा कि महाराष्ट्र में मानसून आने पर ही बुवाई शुरू करें ताकि यह सुनिश्चित हो कि बारिश के इंतजार में बीज बर्बाद न हो।
एग्रीमेट के डिप्टी महानिदेशक एन चट्टोपाध्याय ने कहा, मानसून आने तक बुवाई न करें। बीजों से अच्छी फसल तैयार हो इसके लिए कुछ दिनों की अच्छी मानसूनी बारिश आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को सलाह दी जाती है कि वे महाराष्ट्र में मानसून के आने की घोषणा होने तक बुवाई शुरू न करें।
यह सलाह इसलिए जारी की गई है कि मराठवाड़ा, विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र के सूखे इलाकों में विशेष तौर पर सोयाबीन, कपास एवं दलहन के मंहगे बीज बर्बाद न हों। इनमें से कुछ क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में मानसून पूर्व बारिश हुई है। केरल में मानसून में देरी के बाद अब महाराष्ट्र में इसके 16 जून के बाद ही आने की उम्मीद है।
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