महामारी से प्रभावित वर्ष में लोगों ने चॉकलेट और FMCG पर खर्च किए 14170 करोड़ रुपये, कंपनियों का मुनाफा बढ़ा
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 251.96 करोड़ रुपये और आय 7,167.88 करोड़ रुपये रही थी।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2020—21 में देशवासियों ने कन्फेक्शनरी और पर्सनल केयर उत्पादों पर जमकर खर्च किया है। प्रमुख कन्फेक्शनरी कंपनी मोंडेलेज इंडिया फूड्स प्राइवेट लिमिटेड का शुद्ध मुनाफा महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2020-21 में चार गुना होकर 1,001.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की परिचालन आय 11 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 7,974.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
नियामकीय दस्तावेजों से यह जानकारी मिली है। मोंडेलेज इंडिया फूड्स के पास कैडबरी डेयरी मिल्क और बॉर्नविटा जैसे ब्रांड हैं। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 251.96 करोड़ रुपये और आय 7,167.88 करोड़ रुपये रही थी। मोंडेलेज इंडिया फूड्स की कुल आय भी मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में 10.44 प्रतिशत बढ़कर 8,038.10 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 7,278.40 करोड़ रुपये थी।
प्रॉक्टर एंड गैंबल होम प्रोडक्ट्स का शुद्ध लाभ तीन गुना हुआ
प्रॉक्टर एंड गैंबल होम प्रोडक्ट्स का बीते वित्त वर्ष 2020-21 का शुद्ध लाभ तीन गुना होकर 482.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की परिचालन आय 6.25 प्रतिशत बढ़कर 6,196.03 करोड़ रुपये रही। बाजार आसूचना कंपनी टॉफलर ने कंपनी पंजीयक के पास जमा कराए गए दस्तावेजों के हवाले से कहा है कि रोजमर्रा के उपभोग के उत्पाद बनाने वाली कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में 152.29 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की परिचालन आय 5,831.76 करोड़ रुपये रही थी।
दूसरी छमाही में आईटी सेवा क्षेत्र में सकल आधार पर 4.5 लाख कर्मचारी जुड़ेंगे
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान सकल रूप से 4.5 लाख कर्मचारी जुड़ने की उम्मीद है। बाजार आसूचना कंपनी अनअर्थइनसाइट की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र में सकल आधार पर 4.5 लाख कर्मचारियों की वृद्धि होने की उम्मीद है। रिपोर्ट कहती है कि दूसरी छमाही में कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की ऊंची 17 से 19 प्रतिशत की दर के चलते शुद्ध रूप से कर्मचारियों की संख्या में 1.75 लाख की वृद्धि होगी।