प्रधानमंत्री ने यहां अफ्रीकी विकास बैंक समूह की 52वीं वार्षिक आम बैठक का उद्घाटन करने के मौके पर यह बात कही। यह बैठक भारत में पहली बार हो रही है। अफ्रीका और एशियाई देशों के बीच आर्थिक वृद्धि का गलियारा बनाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी हाल की जापान यात्रा के दौरान इस बारे में बातचीत हुई थी। भारत की तरफ से यह मुद्दा ऐसे समय उठाया गया है जब चीन ने अरबों डॉलर की वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) योजना की पहल की है। यह परियोजना चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग की पसंदीदा योजनाओं में है। इसके जरिए यूरोपएशिया भूभाग को हिन्द्र-प्रशांत समुद्री मार्ग से जोड़ने का कार्यक्रम है।
मोदी ने कहा, मेरी जापान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ मेरी बैठक में, मैं प्रसन्नता के साथ यह कहना चाहूंगा कि हमारे संयुक्त घोषणापत्र में हमने एशिया-अफ्रीका विकास गलियारा को भी शामिल किया था। इसके लिए हमारे अफ्रीका के भाईयों एवं बहिनों के साथ आगे बातचीत का प्रस्ताव रखा गया था। मोदी ने कहा कि इस विकास गलियारे को आगे कैसे बढ़ाया जाएगा इसके लिए भारत और जापान के शोध संस्थानों ने अफ्रीकी शोध संस्थाओं के साथ विचार विमर्श कर इसके लिये दृष्टिकोण दस्तावेज तैयार किया है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण पत्र को बाद में बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।
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