BHIM App को प्रमोट करने के लिए मोदी सरकार देगी कैश-बैक समेत ये जबरदस्त ऑफर
BHIM App 1.7 करोड़ बार डाउनलोड हो चुका है। एप को प्रमोट करने के लिए सरकार लोगों के लिए रेफरल बोनस स्कीम और व्यापारियों के लिए कैशबैक स्कीम शुरू करेगी।
Ankit Tyagi Feb 24, 2017, 11:47:31 IST
नई दिल्ली। देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए हाल में पेश किए गए डिजिटल पेमेंट एप भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM) को 1.7 करोड़ डाउनलोड हो चुके हैं।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि,
अभी तक भीम एप 1.7 करोड़ बार डाउनलोड हो चुका है। भीम एप को प्रमोट करने के लिए सरकार एक महीने के भीतर दो प्रमोशनल स्कीम लॉन्च करेगी, लोगों के लिए रेफरल बोनस स्कीम और व्यापारियों के लिए कैशबैक स्कीम।
जल्द लॉन्च होंगी प्रमोशनल स्कीम
- BHIM App को बढ़ावा देने के लिए सरकार एक महीने में दो नई योजनाएं पेश करेगी। इनडिविडुअल (व्यक्तिगत प्रयोग) के लिए रेफरल बोनस स्कीम और व्यापारियों के लिये कैश-बैक योजना आएगी।
एक महीने के अंदर होगी लागू
- नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने इन फीचर्स के बारे में बताते हुए कहा, हमने इंटर-मिनिस्ट्री चर्चा पूरी कर ली है। वर्ष 2017-18 के बजट में घोषित कैश-बैक योजनाओं का क्रियान्वयन एक महीने में किया जाएगा।
- उन्होंने कहा कि शुरुआत में भीम में कुछ शुरुआती दिक्कत थी, लेकिन अब तकनीक विफलता का स्तर बहुत कम रह गया है।
- एंड्राइट प्लेटफॉर्म पर पेश किए जाने के बाद इस महीने के शुरुआत में भीम का आईओएस वर्जन भी लॉन्च कर दिया गया है।
और बेहतर हुई BHIM App
- भीम एंड्रॉयड ऐप अब बेहतर सिक्योरिटी प्राइवेसी सेटिंग्स के साथ आता है।
- अब यूजर्स mobile-number@upi को डिसेबल कर सकते हैं।
- ओटीपी/ यूएसएसडी के ज़रिए मोबाइल रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं।
- आप अब चाहे तो भूले हुए पासकोर्ड को रीस्टोर कर सकेंगे और आप चाहें तो पैसे को वापस भी कर सकेंगे।
- अपडेटेड भीम ऐप गूगल प्ले पर उपलब्ध है।
- भीम ऐप का इस्तेमाल करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपने मोबाइल बैकिंग चालू कर रखी हो।
- हां, यह जरूरी है कि आपका मोबाइल नंबर बैंक विशेष के पास रजिस्टर हो।
30 दिसंबर को हुई थी लॉन्च
- पिछले साल 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए तेज और सुरक्षित कैशलेस ट्रांजैक्शन के लिए इस एप को लॉन्च किया था।
- यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और यूएसएसडी (अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा) के जरिये भुगतान करने के लिए भीम को तैयार किया गया है।
- नवंबर-जनवरी के दौरान यूएसएसडी पर ट्रांजैक्शन में 45 फीसदी का इजाफा हुआ है।
- नोटबंदी से पहले देश में 8 लाख पीओएस मशीन थीं, वर्तमान में इनकी संख्या बढ़कर 28 लाख हो गई है।