नयी दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) कॉल आने पर घंटी बजने के समय को लेकर अगले दो सप्ताह में अपनी अंतिम राय तय करेगा। इस मुद्दे को लेकर नये और पुराने दूरसंचार आपरेटरों के बीच बहस छिड़ी हुई है। रिलायंस जियो ने प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के खिलाफ नया आरोप लगाते हुए कहा है कि ये धोखाधड़ीपूर्ण तरीके से फिक्स्ड लाइन पर की गई कॉल को मोबाइल कॉल के रूप में दिखाकर अनुचित फायदा उठा रही हैं। इसके लिये उनपर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
जियो के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर ट्राई के एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले की जांच भी प्राधिकरण को मिलने वाली अन्य शिकायतों की तरह ही की जा रही है। अधिकारी ने कहा, 'हमारे पास जब भी कोई शिकायत आती है उसकी जांच की जाती है। यदि उल्लंघन का कोई मामला होता है तो हम उस पर गौर करते हैं।'
रिलायंस जियो ने पुराने आपरेटरों पर आरोप लगाया है कि भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियां 'गैरकानूनी' तरीके से वायरलाइन नंबर को छद्म तरीके से मोबाइल नंबर के रूप में दिखाकर अनुचित लाभ कमा रही हैं। जियो ने इन आपरेटरों पर नियमनों और लाइसेंसिंग नियमों के उल्लंघन के लिए भारी जुर्माना लगाने की मांग की है। वहीं भारती एयरटेल ने पलटवार करते हुए कहा है कि जियो ऐसी शिकायत कर कॉल जोड़ने के शुल्क पर विचार विमर्श से पहले नियामक को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
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