नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम 4 बजे 20 लाख करोड़ के विशेष पैकेज को लेकर पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही हैं। पीएम मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' मंत्र को लेकर वित्त मंत्री सीतारमण करदाता मिडिल क्लास को लेकर कुछ घोषणाएं कर सकती हैं। मिडिल क्लास के अलावा रेहड़ी पटरी वाले, व्यापारी, छोटे और मझोले उद्योग और मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों को लेकर घोषणाएं हो सकती हैं।
मंगलवार शाम को पीएम मोदी के संबोधन के बाद वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में इसके संकेत दिए हैं। हालांकि ये राहत वित्तीय पैकेज नहीं होगा बल्कि आर्थिक सुधारों को लेकर राहत पैकेज हो सकता है। वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि 'आत्मनिर्भर भारत अभियान में हॉकर, स्ट्रीट वेंडर, व्यापारी, MSME, ईमानदार करदाता और मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों को शामिल किया जाएगा, यह एक आर्थिक पैकेज नहीं होग बल्कि सुधार के लिए प्रोत्साहन वाला पैकेज होगा।'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम 4 बजे बताएंगी कि 20 लाख करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज का इस्तेमाल किन-किन क्षेत्रों में कैसे किया जाएगा और किन्हे कितनी राशि दी जाएगी। कोरोना संकट से बेपटरी हुई देश की अर्थव्यव्स्था को पटरी पर लाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। 20 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक पैकेज भारतीय जीडीपी का करीब 10 फीसदी है। इसके साथ ही भारत राहत पैकेज देने के मामले में दुनिया का पांचवां बड़ा देश बन गया है। सबसे बड़ा राहत पैकेज देने में जापान पहले तो अमेरिका दूसरे स्थान पर है।
देश के नाम संबोधन में 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है। ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।
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