नई दिल्ली। एक नई मोबाइल एप नानू मोबाइल और लैंडलाइन नंबरों पर मुफ्त कॉल सेवा प्रदान कर रही है। इस सेवा का टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों ने ट्राई और सरकार के समक्ष विरोध किया है।
नानू के प्रमुख मार्टिन नैगेट ने कहा कि यदि आप भारतीय टेलीग्राफ कानून को देखें तो उसके अनुसार आप इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के डेटा का ट्रांसमिशन कर सकते हैं, जो कि संचार के स्वरूप में हो। यह पूरी तरह वैध है क्योंकि इसका नियमन दूरसंचार लाइसेंस के तहत नहीं होता। अगर आप इस संदर्भ में देखें तो कानून का यह क्षेत्र अस्पष्ट है।
नानू अपनी सेवा का प्रयोग करने वाले लोगों को हर रोज कहीं भी एक सीमा में मुफ्त कॉल करने की सुविधा देता है। यह सेवा मोबाइल और लैंडलाइन दोनों नंबरों पर उपलब्ध है। इस सुविधा का लाभ वो लोग भी उठा सकते हैं, जिन्होंने उसकी एप को इंस्टाल भी नहीं किया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने नेट निरपेक्षता के मुद्दे पर सलाह लेने की प्रक्रिया शुरू की हुई है और इसमें मोबाइल एप्लीकेशन से कॉल करने की सुविधा पर भी बात की गई है। मई में मोबाइल सेवा प्रदाताओं की संस्था सीओएआई ने दूरसंचार विभाग से कहा था कि वह एप के माध्यम से कॉल करना रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाएं क्योंकि यह नियमों के विरूद्ध है।
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