नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मास्क उत्पादन बढ़ाने का निर्णय लिया है। 2 घरेलू निर्माता प्रति दिन 50,000 N-95 मास्क का उत्पादन कर रहे हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) अगले सप्ताह से प्रति दिन 20,000 N-99 मास्क का निर्माण शुरू करेगा। अगले सप्ताह से प्रतिदिन 1 लाख तक मास्क उत्पादन की उम्मीद है। भारत के अस्पतालों में स्टॉक में 11.95 लाख N-95 मास्क हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 2 दिनों के दौरान 5 लाख अतिरिक्त मास्क वितरित किए गए थे और आज 1.40 लाख वितरित किए जाएंगे। भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित मरीजों की संख्या 1 हजार के पार पहुंच गई है, जबकि 99 लोग ठीक हो गए हैं। देश में अभी तक कोरोना वायरस से अभी तक 30 मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाले वेंटिलेटर और दूसरे प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों में आज तेजी दिख रही है। दरअसल कई दिग्गज सरकारी और निजी कंपनियों ने वेंटिलेटर बनाने का एलान किया है। इस समय भारत में करीब 40000 वेंटीलेटर्स हैं और डॉक्टरों को कहना है कि भारत मई के मध्य तक 1 लाख वेंटीलेटर्स की और आवश्यकता पड़ेगी। वेटीलेटर्स की इस जरूरत को पूरा करने के लिए बड़े उद्योग घरानों ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
विद्युत उपकरण बनाने वाली कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने वेंटीलेटर्स निर्माताओं को वेंटीलेटर्स उत्पादन को बढ़ाने में सहायता प्रदान करने के लिए उनसे तकनीकी विवरण प्राप्त किये हैं। कंपनी की सारे विद्युत डिवीजन इस दिशा में ही काम कर रहे हैं। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड 30000 वेंटीलेटर्स बना रही है जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन सरकारी कंपनी HLL Lifecare 10000 वेंटीलेटर्स का निर्माण कर रही है। कर्नाटक की मेडिकल उपकरण सप्लाई करने वाली कंपनी Skanray Technologies और बीईएल मिलकर वेंटीलेटर्स की डिजाइन को सरल बनाने पर काम कर रही है।
मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स ने भी सपोर्ट आइटम बनाने का काम करते हुए वेंटीलेटर्स निर्माताओं की सहायता करने की ओर कदम बढ़ाया है। महिंद्र एंड महिंद्रा ने भी दो बड़ी सरकारी कंपनियों के साथ मिलकर वेंटीलेटर्स पर काम करना शुरू कर दिया है और डिजाइन को सरल बनाने के साथ क्षमता बढ़ाने में उनकी मदद कर रहे हैं। इसके अलावा वे Bag Valve Mask ventilator (सामान्य रूप से अम्बू बैग के रूप में प्रसिद्ध) के स्वचालित संस्करण बनाने पर भी काम कर रहे हैं। रिलायंस कंपनी ने वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनियों की मदद की है। ये कंपनी रोज 1 लाख फेस मास्क बना रही है। इसके अलावा ये बड़े पैमाने पर PPE भी बना रही है।
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