नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का वित्त वर्ष 2015-16 की 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 11.7 फीसदी घटकर 1,133.6 करोड़ रुपए रह गया। हरियाणा में जाट आंदोलन तथा ऊंचे विज्ञापन खर्च की वजह से कंपनी के मुनाफे में कमी आई है। बावजूद इसके कंपनी ने अपने निवेशकों को प्रति शेयर 35 रुपए का डिविडेंड देने की घोषणा की है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,284.2 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन की वजह से 10,000 इकाइयों के उत्पादन के नुकसान, ऊंचे विज्ञापन खर्च तथा अन्य आय में कमी से जनवरी-मार्च 2016 तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ है। इस दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री हालांकि 12.5 फीसदी बढ़कर 14,929.5 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 13,272.5 करोड़ रुपए रही थी। इस दौरान कंपनी की कारों की बिक्री 3.9 फीसदी बढ़कर 3,60,402 इकाई पर पहुंच गई और निर्यात 27,009 कारों का रहा।
जापानी सड़कों पर दौड़ेगी भारत में बनी बलेनो, सुजुकी ने लॉन्च की मेड इन इंडिया कार
मारुति का 31 मार्च को समाप्त पूरे वित्त वर्ष में शुद्ध मुनाफा 23.2 फीसदी बढ़कर 4,571.4 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 3,711.2 करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री 15.9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 56,350.4 करोड़ रुपए की रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 48,605.5 करोड़ रुपए रही थी। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की वाहन बिक्री 10.6 फीसदी बढ़कर 14,29,248 इकाई रही। वित्त वर्ष में कंपनी ने 1,23,897 वाहनों का निर्यात किया। कंपनी के निदेशक मंडल ने 2015-16 के लिए 5 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 700 फीसदी यानि 35 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड की घोषणा की है।
Latest Business News