नई दिल्ली। मारुति सुजुकी, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों से आगामी सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा मानसून की चाल और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक को लेकर संसद की गतिविधियां भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होंगी।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, कंपनियों के वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही के अगले बैच के नतीजों और डेरिवेटिव अनुबंधों का निपटान होने की वजह से इस सप्ताह बाजार धारणा पर असर होगा। इसके अलावा मानसून की प्रगति और वैश्विक वित्तीय बाजारों का रख भी यहां धारणा को प्रभावित करेगा। इस सप्ताह जिन अन्य कंपनियों के नतीजे आने हैं उनमें डॉ रेड्डीज लैब, एसीसी, बजाज ऑटो और लार्सन एंड टुब्रो शामिल हैं।
सैमको सिक्युरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, देशभर में बारिश की प्रगति अच्छी है, जिससे किसानों को फायदा होगा। यह देश की वृद्धि को रफ्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा, संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयक आने हैं। यदि ये विधेयक पारित हो जाते हैं तो हमारे बाजारों में और तेजी आएगा। कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के संस्थापक एवं सीईओ रोहित गाडिया ने कहा, बाजार की दिशा तिमाही नतीजों की घोषणा पर निर्भर करेगी। वायदा अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में इस सप्ताह उतार-चढ़ाव रहेगा। बीते सप्ताह सेंसेक्स में जहां 33.26 अंक की गिरावट आई वहीं निफ्टी 0.20 अंक नीचे रहा।
इक्विरस सिक्योरिटी के इक्विटी प्रमुख पंकज शर्मा ने कहा, यदि जीएसटी विधेयक पारित हो गया तो यह बाजार की धारणा को मजबूत करने वाला एक प्रमुख तत्व होगा। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह कुछ और महत्वपूर्ण तिमाही नतीजे आ रहे हैं। हालांकि, इनसे व्यक्तिगत शेयर प्रभावित होंगे, लेकिन हमारा मानना है कि पहली तिमाही के नतीजे उल्लेखनीय रूप से उम्मीद से बेहतर होने चाहिए, तभी इससे बाजार को फायदा होगा।
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