नई दिल्ली। सरकार की बाजार उधारी इस साल जून महीने तक 2.54 लाख करोड़ रुपये हो गई जोकि बजट अनुमान का 57 फीसदी है। वित्त वर्ष के दौरान बाजार उधारी का बजट 4.48 करोड़ रुपये है। महालेखा नियंत्रक के अनुसार, पिछले साल की समान अवधि में उधारी की यह राशि बजट अनुमान का 31 फीसदी थी।
सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए निर्धारित डेटेड सिक्योरिटी और ट्रेजरी बिल के माध्यम से बाजार से फंड जुटाती है। इस वित्त वर्ष का राजकोषीय घाटा 3.3 फीसदी है। सरकार की सकल उधारी 7.06 लाख करोड़ रुपये का 60 फीसदी यानी 4.25 लाख करोड़ रुपये पहले ही ग्रहण किया जा चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 68 फीसदी से कम है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 में बाजार से 4.48 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है जोकि पिछले वित्त वर्ष के 4.47 लाख करोड़ रुपये से थोड़ी अधिक राशि है।
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