मुंबई: डॉलर के मुकाबले रुपए के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आने तथा कच्चे तेल के दाम 86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने से गुरुवार को शेयर बाजारों का हाल बेहाल रहा। सेंसेक्स 806 अंक टूटकर 35,200 अंक से नीचे आ गया। अन्य एशियाई बाजारों में कमजोरी तथा यूरोपीय बाजारों की गिरावट के रुख के साथ शुरुआत से भी यहां धारणा नकारात्मक हुई।
स्वास्थ्य सेवा, सूचना प्रौद्योगिकी, तेल एवं गैस, बैंकिंग और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का सिलसिला चलने से बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 806.47 अंक या 2.24 फीसदी टूटकर 35,169.16 अंक पर आ गया। लगातार दूसरे दिन सेंसेक्स में गिरावट आई। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 35,022.12 अंक के निचले स्तर तक गया। यह सेंसेक्स को दो जुलाई के बाद का सबसे निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 35,264.41 अंक पर बंद हुआ था। बुधवार को सेंसेक्स 550.51 अंक टूटा था।
शेयर बाजारों में जोरदार गिरावट का सिलसिला रुपये के लगातार कमजोर होने से कायम रहा। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया दिन में कारोबार के दौरान 73.81 प्रति डॉलर के अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर तक आ गया। वहीं कच्चा तेल 86 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार गया जिससे बाजार में जोरदार बिकवाली का सिलसिला चला। इसके अलावा निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों के इंतजार में भी सतर्क है। मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे शुक्रवार को आएंगे।
ब्रोकरों ने कहा कि अन्य एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख और अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने तथा बेहतर आर्थिक आंकड़ों से यह आशंका बनी है कि निवेशक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की ओर रुख कर सकते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 259 अंक या 2.39 फीसदी के नुकसान से 10,600 अंक से नीचे 10,599.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,547.25 अंक के निचले स्तर तक भी गया।
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