मुंबई। रीयल्टी क्षेत्र में संकट के बावजूद इस क्षेत्र के शीर्ष 100 कारोबारियों की बाजार के हिसाब से कुल निजी संपत्ति 2018 में 27 प्रतिशत बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। लोढ़ा ग्रुप के संस्थापक मंगल प्रभात लोढ़ा इस सूची में शीर्ष पर रहे। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। हुरुन की अमीरों की सूची में कारोबारी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता लोढ़ा (62) 27,150 करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ शीर्ष पर हैं। उनके बाद बेंगलुरु की कंपनी एंबेसी ग्रुप के जितेंद्र विरमानी 23,160 करोड़ रुपए के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
पिछले साल की सूची में सबसे अमीर रीयल्टी कारोबारी रहे डीएलएफ ग्रुप के संस्थापक केपी सिंह इस बार शीर्ष 10 में स्थान बनाने में नकामयाब रहे। सिंह पिछले साल 23,460 करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ शीर्ष पर रहे थे। लोढ़ा 2017 में 18,610 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर थे। केपी सिंह भले ही इस बार शीर्ष 10 में शामिल नहीं हो सके हैं लेकिन उनके बेटे राजीव सिंह 17,690 करोड़ रुपए के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
उल्लेखनीय है कि केपी सिंह ने खुद को डीएलएफ के दैनिक परिचालन से अलग कर लिया है और अपनी हिस्सेदारी पुत्र राजीव और पुत्री पिया के नाम कर दी है। सूची में देश के शीर्ष 100 रीयल्टी उद्यमियों की नेटवर्थ (निजी हैसियत) 2018 में 27 प्रतिशत बढ़कर 2,36,610 करोड़ रुपए यानी 32.7 अरब डॉलर हो गई है। पिछले साल शीर्ष 100 रीयल्टी उद्यमियों की नेटवर्थ कुल मिला कर 1,86,700 करोड़ रुपए थी।
रिपोर्ट के अनुसार सूची में शामिल लोगों में से 59 पहली पीढ़ी के कारोबारी हैं। शहरों के हिसाब से मुंबई के सर्वाधिक 35 कारोबारी इस सूची में हैं। इसके बाद दिल्ली के 22, बेंगलुरु के 21 और पुणे के पांच कारोबारी सूची में हैं।
सूची में के.रहेजा ग्रुप के चंद्रू रहेजा 14,420 करोड़ रुपए के साथ चौथे और विकास ओबेराय 10,980 करोड़ रुपए के साथ पांचवें स्थान पर रहे। रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 100 उद्यमियों की औसत उम्र 59 साल है। सूची में बेंगलुरु की कंपनी आरएमजेड ग्रुप के कुनाल मेंडा (24) सबसे कम उम्र और ईस्ट इंडिया होटल्स के पृथ्वी राज सिंह ओबेराय (89) सर्वाधिक उम्र के हैं। सूची में नौ महिला उद्यमी भी शामिल हैं।
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