नई दिल्ली। देश छोड़कर भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने खुलासा किया है कि माल्या ने अपनी किंगफिशर एयरलाइंस की हालत सुधारने के लिए देश के बैंकों से जो 6 हजार करोड़ से अधिक का लोन उठाया था उसे विदेशों में स्थित शेल कंपनियों में डायवर्ट किया था।
अंग्रेजी समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, CBI और ED ने पता लगाया है कि माल्या ने 7 देशों में मौजूद शेल कंपनियों में इस पैसे का निवेश किया है। यह कंपनियां अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और आयरलैंड जैसे देशों में स्थित हैं और जांच एजेंसियां इनके बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही हैं।
माल्या ने अपनी किंगफिशर एयरलाइंस की आर्थिक दशा सुधारने के लिए देश के 17 बैंकों से कुल 6027 करोड़ का लोन लिया था। सबसे ज्यादा लोन देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से लिया गया है, माल्या ने SBI से कुल 1600 करोड़ रुपए का कर्ज उठाया है। माल्या के ऊपर कुल कर्ज 9000 करोड़ रुपए के करीब बैठता है और वह इस कर्च को चुकाए बिना देश छोड़कर लंदन भाग गया है, भारत सरकार उसको लंदन से वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है।
लंदन से माल्या के प्रतर्पण के लिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रत्यर्पण केस की अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी। माल्या मार्च 2016 से ब्रिटेन में रह रहा है और उसे प्रर्त्यपण वारंट मामले में अप्रैल 2017 में भी गिरफ्तार किया गया था।
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