Budget 2018: लग्जरी लाइफ के लिए खर्च करने पड़ेंगे और ज्यादा पैसे, हुआ यह सबकुछ महंगा
Budget 2018: आप इम्पोर्टेड सामान मसलन कारों, बाइक, घड़ियों, धूप के चश्मे या मोबाइल फोन के शौकीन हैं, तो आपको पहले के मुकाबले अब ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे।
नई दिल्ली। अगर आप लग्जरी लाइफ के शौकीन हैं तो बजट के बाद आपको अपना शौक पूरा करने के लिए जेब और बी ढीली करनी पड़ेगी। आप इम्पोर्टेड सामान मसलन कारों, बाइक, घड़ियों, धूप के चश्मे या मोबाइल फोन के शौकीन हैं, तो आपको पहले के मुकाबले अब ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। सरकार की मेक इन इंडिया पहल को प्रोत्साहन के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज बजट 2018-19 में इम्पोर्टेड उत्पादों मसलन मोबाइल हैंडसेट, कारें और मोटरसाइकिलें, फ्रूट जूस, परफ्यूम, सोना और हीरा तथा जूते-चप्पल आदि शुल्कों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कई क्षेत्रों मसलन खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रानिक्स, वाहन कलपुर्जा, जूते चप्पल और फर्नीचर जैसे क्षेत्रों में घरेलू स्तर पर उल्लेखनीय मूल्यवर्धन की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर वह कुछ उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव कर रहे हैं। मोटर कार और मोटर साइकिलों को पूरी तरह खोलकर या हिस्से पुर्जे (CKD) के रूप में आयात करने पर सीमा शुल्क की दर 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत की गई है। वहीं पूर्ण निर्मित इकाई (CBU) के रूप में मोटर वाहनों के आयात पर सीमा शुल्क की दर को 20 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया गया है। आयातित ट्रक और बसों के रेडियल टायर भी महंगे हो जाएंगे। इन पर शुल्क की दर को बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। अभी तक इन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगता है।
इसी तरह आयातित मोबाइल हैंडसेट भी महंगे हो जाएंगे। इन पर सीमा शुल्क की दर को 15 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है। हैंडसेट के कुछ कलपुर्जों तथा एक्सेसरीज पर अब 15 प्रतिशत शुल्क लगेगा। आयातित एलसीडी-एलईडी-ओएलईडी टीवी पैनलों तथा कुछ अन्य पुर्जों पर सीमा शुल्क की दर को 15 प्रतिशत किया गया है। परफ्यूम, टायलेट वॉटर और आयातित सौंदर्य और मेकअप के सामान पर सीमा शुल्क की दर को 10 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है। हाथ घड़ी, पॉकेट घड़ी, स्मार्ट वॉच-वियरएबल उपकरणों तथा धूप के चश्मों पर सीमा शुल्क 10 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया गया है। वित्त मंत्री ने इसके अलावा कट और पालिश्ड रंगीन रत्नों, हीरों आदि पर शुल्क की दर को ढाई से बढ़ाकर पांच प्रतिशत करने की घोषणा की है।
आयातित जूते चप्पलों तथा रेशमी कपड़ों पर शुल्क की दर को दोगुना कर 20 प्रतिशत किया गया है। इम्पोर्टेड फलों के जूस पर सीमा शुल्क को बढ़ाकर 40 प्रतिशत तक किया गया है। आयातित बेरी के जूस पर अब 50 प्रतिशत सीमा शुल्क लगेगा। अभी इस पर 10 प्रतिशत शुल्क लगता है। संतरे के जूस पर शुल्क की दर को 30 से बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया है। वहीं अन्य फलों और सब्जियों के जूस पर शुल्क दर 30 से 50 प्रतिशत की गई है। कच्चे रिफाइंड खाद्य वनस्पति तेलों मसलन जैतून तेल, मूंगफली तेल पर सीमा शुल्क 20 से बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया है। सोने के आयातित सामान मसलन प्लैटिनम के साथ जड़े सोने, अर्ध निर्मित रूप पर अब कुल सीमा शुल्क पर तीन प्रतिशत का अधिभार लगेगा। इससे ये उत्पाद भी महंगे हो जाएंगे। पहले इन पर कोई अधिभार नहीं लगता था।