महंगी रसोई गैस का झटका, जानिए आपके शहर में क्या हैं एलपीजी की कीमत
LPG Gas Cylinder price list: इससे पहले पहली मार्च से एक सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ा दी गई थी। तेल कंपनियां पहली तारीख को ही सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। हालांकि फरवरी के महीने कंपनियों ने 2 बार कीमतों में बढ़त की है।
नई दिल्ली। बुधवार को राज्य सभा में रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी का मुद्दा उठा। विपक्षी दलों ने रसोई गैस में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर जमकर निशाने साधे। फऱवरी के बाद से अब तक रसोई गैस की कीमतों में 125 रुपये की बढ़त हो चुकी है। फिलहाल देश में बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 819 रुपये से लेकर 1056 रुपये प्रति सिलेंडर तक है। जानिए आपके शहर में क्या है सिलेंडर के दाम
जानिए क्या है आपके शहर में एलपीजी की कीमतें
दिल्ली में फिलहाल बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 819 रुपये पर है।
मुंबई में बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 819 रुपये के स्तर पर है।
कोलकाता में आज बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 845 रुपये के स्तर पर हैं।
चेन्नई में भी आज बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम 835 रुपये पर हैं।
इसी तरह बेंगलुरु में बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर 822 रुपये के स्तर हैं।
जानिए क्या है अन्य जगहों पर बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत
शहर कीमत ( रुपया प्रति सिलेंडर)
लखनऊ 822
भोपाल 825
जयपुर 823
चंडीगढ़ 828.5
पटना 828.5
ईस्ट गारो हिल्स (मेघालय) 885
श्रीनगर 935
देहरादून 838
कटक 846
अहमदाबाद 833.5
रायपुर 833.50
रांची 876.5
शिमला 863.5
लद्दाख 1056.5
अंडमान 895
गोवा (पूर्वी) 833
इंफाल (पूर्वी) 971
कब कब बढ़ी रसोई गैस की कीमत
इससे पहले पहली मार्च से एक सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ा दी गई थी। तेल कंपनियां पहली तारीख को ही सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। हालांकि फरवरी के महीने कंपनियों ने 2 बार कीमतों में बढ़त की है। दिसंबर 2020 से अब तक कीमतों में 4 बार की बढ़त दर्ज की जा चुकी है। पहली दिसंबर से गैस सिलेंडर 200 रुपय़े महंगा हो चुका है।
कीमत बढ़ने के बावजूद एलपीजी की खपत बढ़ी
रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर एक तरफ जहां पूरा विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है वहीं दूसरी तरफ तेल कंपनियों की माने तो कीमतों का मांग पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। कंपनियों के मुताबिक रसोई गैस सिलेंडर की खपत पिछले तीन माह के दौरान 7.3 प्रतिशत बढ़ गई है। सार्वजनिक तेल कंपनियों ने यह जानकारी देते हुये कहा है कि इसमें भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के बीच खपत में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन (आईओसी) ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभाथिर्यों के बीच एलपीजी की खपत बढ़ी है।’’ इसमें कहा गया है कि पीएमयूवाई के लाभार्थियों में दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच रसोई गैस की खपत 19.5 प्रतिशत बढ़ी है। यही अवधि है जब रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 175 रुपये प्रति सिलेंडर तक की वृद्धि हुई है। पीएमयूवाई योजना के तहत आठ करोड़ से अधिक परिवारों को रसोई गैस का कनेक्शन मुफ्त में दिया गया। भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की तरफ से भी इसी तरह का वक्तव्य आया है। बीपीसीएल निजीकरण के रास्ते पर है।
7 साल में दोगुनी हुई कीमतें
तेल कंपनियों की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है जबकि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दल पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि इनके दाम बढ़ने से आम आदमी पर बोझ बढ़ा है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस सप्ताह की शुरुआत में लोकसभा को बताया कि पिछले सात साल के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से रसोई गैस सिलेंडर का दाम दोगुना हो चुका है। एक मार्च 2014 को रसोई गैस सिलेंडर का दाम 410.5 रुपये प्रति 14.2 किलो पर था जो कि अब 819 रुपये प्रति सिलेंडर हो चुका है। इन सब के बावजूद साल दर साल आधार पर घरेलू एलपीजी बिक्री अप्रैल 2020 से लेकर फरवरी 2021 की अवधि में एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 10.3 प्रतिशत बढ़ी है।