लंदन। रहने और काम करने के लिहाज से लंदन दुनिया का सबसे महंगा शहर है। यूके की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। न्यूयॉर्क और हांगकांग दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इस लिस्ट में मुंबई का स्थान 17वां है। यूके की रियल एस्टेट फर्म सैविल्स सर्वे द्वारा तैयार की गई दुनिया के टॉप 20 महंगे शहरों की इस लिस्ट में शामिल होने वाला मुंबई अकेला भारतीय शहर है। इस लिस्ट में मुंबई के बाद बर्लिन, जोहन्सबर्ग और रियो डे जेनेरियो का नंबर आता है। इस लिस्ट को तैयार करने के लिए दुनिया के प्रमुख शहरों में रिहायशी और ऑफिस स्पेस दोनों की प्रति व्यक्ति सालाना लागत की तुलना की गई है।
पिछले पांच साल के दौरान लंदन में रहना 18 फीसदी महंगा हुआ है और यह इस लिस्ट में 2014 से टॉप पर बना हुआ है। लंदन में रहने का खर्च सिडनी, लॉस एंजेल्स और शिकागो की तुलना में लगभग दोगुना है। सैविल्स वर्ल्ड रिसर्च के प्रमुख योलांद बारनेस ने कहा कि उच्चतम रैकिंग वाले वैश्विक शहरों, लंदन और न्यूयॉर्क, में बिजनेस और कर्मचारियों को रखना भी काफी महंगा है। उन्होंने कहा कि शहरों की उत्पादकता और वैश्विक कारोबार में उनका मूल्य मांग पर प्रभाव डालता है और इससे किराये की लागत भी बढ़ती है।
50 हजार रुपए में घूमिए दुनिया के 10 खूबसूरत देश
10 COUNTRIES
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
इस रिसर्च में बताया गया है कि लंदन में हाउसिंग और ऑफिस रेंटल लागत सालाना 80,700 पाउंड आती है, जबकि न्यूयॉर्क में यह लागत 79,600 पाउंड और हांगकांग में 73,800 पाउंड है। सैविल्स ने अपनी इस रिपोर्ट को दुनिया के विभिन्न शहरों में बिजनेस करने की लागत का एक संकेतक के रूप में भी पेश किया है।
Latest Business News