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OVL की अगुवाई में भारतीय कंपनियां रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी लेने की तैयारी में

ONGC विदेश लि. (OVL) की अगुवाई में भारतीय कंपनियां रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में हैं।

रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी में हिस्सेदारी खरीदेंगी भारतीय कंपनियां, रोसनेफ्ट ने 11 अरब डॉलर तय की कीमत- India TV Paisa रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी में हिस्सेदारी खरीदेंगी भारतीय कंपनियां, रोसनेफ्ट ने 11 अरब डॉलर तय की कीमत

नई दिल्ली। ONGC विदेश लि. (OVL) की अगुवाई में भारतीय कंपनियां रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में हैं। रूस रोसनेफ्ट में 11 अरब डॉलर की हिस्सेदारी बेच रहा है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी दी। रूस का इरादा रोजनेफ्ट ओजेएससी में 19.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का है। वह भारत और चीन को यह हिस्सेदारी बेचना चाहता है।

प्रधान ने कहा, हमारी कंपनियां इस पेशकश को देख रही हैं। वे कुछ इक्विटी लेना चाहती हैं। रोसनेफ्ट, एक्सॉन मोबिल कार्प से अधिक कच्चे तेल का उत्पादन करती है। यह पूछे जाने पर कि इस हिस्सेदारी के लिए कौन सी भारतीय कंपनी बातचीत कर रही है, प्रधान ने कहा कि ओवीएल अभी बातचीत कर रही है। अन्य कंपनियां बाद में इसमें शामिल हो सकती हैं।

रूस रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी बिक्री के जरिए अपना बजट घाटा कम करना चाहता है। इसके लिए उसके पास रणनीतिक भागीदार का विकल्प ज्यादा बेहतर है। रोसनेफ्ट का बाजार मूल्य फिलहाल 55 अरब डॉलर का है। यूक्रेन में रूसी हस्तक्षेप की वजह से अमेरिका ने जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है उनमें रोसनेफ्ट भी शामिल है। प्रधान इसी महीने मॉस्को यात्रा पर गए थे। उन्होंने कहा कि रूस रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी बिक्री पर विचार कर रहा है और भारतीय कंपनियां निश्चित रूप से इस अवसर का लाभ उठाना चाहेंगी।

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