सैनफ्रांसिस्को। पिछले साल याहू इंक के मीडिया एग्जीक्यूटिव पद से हटाए गए व्यक्ति ने कंपनी के जॉब रिव्यू प्रोसेस के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। उसने आरोप लगाया है कि Yahoo CEO मारिसा मेयर द्वारा लागू किए गए जॉब रिव्यू प्रोसेस का उपयोग एग्जीक्यूटिव रैंक से पुरुषों को हटाने और उन्हें अवैध तरीके से नौकरी से बाहर करने के लिए किया जा रहा है।
याहू के पूर्व सीनियर एडिटोरियल डायरेक्टर स्कॉट आर्ड ने कैलीफोर्निया की नॉर्दन डिस्ट्रिक कोर्ट में मंगलवार को मुकदमा दायर किया है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि कंपनी फेडरल नागरिक अधिकारों और रोजगार नियमों का उल्लंघन कर रही है। याहू की स्पोकवूमेन कैरोलिन क्लार्क ने अपने एक बयान में कहा कि इस मुकदमे का कोई औचित्य नहीं है और उन्होंने परफॉर्मेंस रिव्यू प्रोसेस को एक दम सही बताया। याहू के खिलाफ इस साल यह दूसरा मुकदमा है, जिसमें पुरुषों के खिलाफ भेदभाव करने का आरोप लगाया गया है।
अर्ड ने 200 में याहू को ज्वाइन किया था। उन्होंने तर्क दिया कि मेयर द्वारा तिमाही परफॉर्मेंस रिव्यू (क्यूपीआर) सिस्टम लागू करने से पहले तक उन्हें ओवरऑल पॉजीटिव परफॉर्मेंस रिव्यू और स्टॉक अवार्ड मिले थे, इसके बाद उन्हें असंतोषजनक रैंकिंग दी गई। याचिका में कहा गया है कि याहू का क्यूपीआर प्रोसेस निरीक्षण या जवाबदेही के बिना हेराफेरी करने की अनुमति देता है और इसका इस्तेमाल अधिक मनमानी के साथ अन्य कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने में किया जा रहा है।
- अर्ड ने दावा किया है कि 2012 से याहू इस सिस्टम के तहत कई बार 30 दिन के भीतर 50 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुका है।
- इस साल मार्च तक याहू के पास 9,400 कर्मचारी थे।
- याचिका में दावा किया गया है कि पूर्व चीफ मार्केटिंग ऑफिसर कैथी सैविट जानबूझकर लिंग के आधार पर महिलाओं को नौकरी पर रख रही हैं और उन्हें पदोन्नत कर रही हैं।
- कैथी ने 16 सीनियर एडिटोरियल कर्मचारियों में से 14 महिलाओं को नौकरी पर रखा है, क्योंकि वे महिला हैं।
- फरवरी में याहू ऑटो मैगजीन के एडिटर ग्रेगरी एंडरसन ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।
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