नई दिल्ली। भारत की प्रमुख बहुराष्ट्रीय इंजीनियरिंग, निर्माण, प्रौद्योगिकी और वित्तीय सेवा कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) ने एक मजबूत और व्यवहारिक मेक इन इंडिया ईकोसिस्टम बनाने और एक आत्मनिर्भर भारतीय कंपनी बनने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मंगलवार को चीन पर निर्भरता को खत्म करने की घोषणा की है। हाल ही में लद्दाख में चीनी और भारतीय सेना के साथ हुई झड़प के बाद यह किसी कंपनी द्वारा की गई पहली घोषणा है।
एलएंडटी के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रामण्यन ने कहा कि सीमा पर भारतीय सैनिकों के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद देश में चीन विरोधी लहर काफी मजबूत है। आठ दशकों से राष्ट्रनिर्माण में लगी एक कंपनी के तौर पर हम मेक इन इंडिया के माध्मय से स्थानीय सर्वश्रेष्ठ उत्पादों के निर्माण की नीति का मजबूती से पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यम से दीर्घ अवधि में बड़े स्तर पर बेहतर और कम लागत वाला घरेलू औद्योगिक ईकोसिस्टम स्थापित करने के जरिये हम चीन सहित अन्य देशों से आयात पर अपनी निर्भरता को बहुत हद तक कम कर सकते हैं। इसके लिए अभी माहौल एकदम सही है और हमें इसे बढ़ावा देना चाहिए। हम भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं और आत्मनिर्भर भारत अभियान में हम अपना पूर्ण सहयोग देंगे।
एलएंडटी अपने कारोबार में स्थानीय वेंडर पार्टनर्स की मजबूत सप्लाई चेन का निर्माण भी कर रही है। कंपनी भारतीय सेना को आपूर्ति की जाने वाली 9 वज्र-टी बंदूकों के निर्माण में 80 प्रतिशत स्थानीय उपकरणों का इस्तेमाल करती है। इसके साथ ही कंपनी स्थानीय विनिर्माण और कंस्ट्रक्शन ईकोसिस्टम को भी बढ़ावा दे रही है।
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