अहमदाबाद। खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने हर राज्य में पांच-पांच खादी ग्राम स्थापित करने की आज घोषणा की। इसका उद्देश्य ग्रामीण आबादी को आत्मनिर्भर बना कर गावों से पलायन को रोकना है।
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आयोग के अध्यक्ष वीके सक्सेना ने कहा कि
गरीब ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए खादी और ग्रामोद्योग इकाइयों को प्रोत्साहित करना सबसे अच्छा तरीका है।
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- सक्सेना ने एक कार्यक्रम में कहा, आयोग एक परियोजना बना रहा है जिसके तहत एक वर्ष के अंदर प्रत्येक राज्य में पांच-पांच खादी ग्राम स्थापित किए जाएंगे।
- इससे ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी और वहां से लोगों का शहरों की ओर पलायन रुकेगा।
- वर्ष 2015-16 में खादी की बिक्री 1,510 करोड़ रुपए की रही।
- यह चालू वित्त वर्ष में 1,900-2,000 करोड़ रुपए रहने की संभावना है।
- सक्सेना ने कहा, हमने दो साल में इसे 5,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
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