कोटक महिंद्रा बैंक का शुद्ध लाभ 8.5 प्रतिशत गिरा, एसेट क्वालिटी पर दबाव
बैंक के NPA पिछले साल के मुकाबले 2.19 फीसदी से बढ़कर 2.7 फीसदी रहे हैं
नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में एकल शुद्ध लाभ (Standalone Net Profit) 8.5 प्रतिशत घटकर 1,244.45 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में बैंक का शुद्ध लाभ 1,360.20 करोड़ रुपये था। शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने सोमवार को बताया कि अवधि में उसका शुद्ध लाभ हालांकि जनवरी-मार्च तिमाही के समान ही रहा। वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही में बैंक को 1,266.60 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। समीक्षावधि में बैंक की कुल एकल आय (Standalone) 7685.40 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 7,944.61 करोड़ रुपये थी।
पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम 18 फीसदी बढ़कर 3724 करोड़ रुपये रही है। नेट इंट्रेस्ट इनकम बैंक द्वारा कमाए गए ब्याज और चुकाए गए ब्याज का अंतर होता है।
बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 30 जून को समाप्त तिमाही में बढ़कर 962.01 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 316.76 करोड़ रुपये था। हालांकि यह इससे पिछली जनवरी-मार्च तिमाही में रहे 1,047.47 करोड़ रुपये के प्रावधान से कम है। समीक्षावधि में बैंक के NPA 2.70 प्रतिशत के स्तर पर रहे जो 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में 2.19 प्रतिशत था। मूल्य के आधार पर पहली तिमाही में बैंक का सकल एनपीए 5,619.33 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 4,613.52 करोड़ रुपये था । एकीकृत (consolidated) आधार पर कोटक महिंद्रा बैंक का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 4.1 प्रतिशत घटकर 1,852.59 करोड़ रुपये रहा। यह 2019-20 की समान अवधि में 1,932.21 करोड़ रुपये था। इस दौरान बैंक की एकीकृत कुल आय 12,323.15 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल समान अवधि में 12,129.56 करोड़ रुपये थी।