कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने 20 करोड़ रुपए में बेचा रूसी जहाज, नहीं किया था बकाये शुल्क का भुगतान
अधिकारी ने कहा कि 179.5 मीटर लंबे जहाज के मालिक ने बंदरगाह प्राधिकरण को बकाये का भुगतान नहीं किया था।
कोलकाता। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (पूर्व में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के नाम से चर्चित) को रूसी जहाज बेलेत्स्की से संबंधित अदालती मामले में 20 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इस जहाज को हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) में 2017 में पकड़ा गया था। एक अधिकारी ने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय की समुद्र से जुड़े मामले देखने वाली पीठ के अंतर्गत आने वाले अधिकार क्षेत्र में जहाज को पकड़ा गया था। बकाये का भुगतान नहीं करने और एचडीसी से जाने के क्रम में इसे गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी ने कहा कि 179.5 मीटर लंबे जहाज के मालिक ने बंदरगाह प्राधिकरण को बकाये का भुगतान नहीं किया था। इसकी वजह से उसे गिरफ्तार किया गया था। उसने कहा कि जहाज लंबे समय तक हल्दिया में था। अदालत ने पिछले साल बकाये की वसूली को लेकर बंदरगाह को जहाज बेचने की मंजूरी दी थी। अधिकारी के अनुसार जहाज को 20 करोड़ रुपए में बेचा गया। इसमें से कुछ राशि पहले मिली जबकि 18.74 करोड़ रुपए शुक्रवार को मिले।
सीमा शुल्क ब्रोकर बोर्ड ने 56 सीमा शुल्क ब्रोकरों के लाइसेंस किए रद्द
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने रविवार को कहा कि उसने कथित रूप से धोखाधड़ी करने वाले निर्यातकों से संबंध रखने वाले 56 सीमा शुल्क ब्रोकरों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। बोर्ड के विश्लेषण और जोखिम प्रबंध महानिदेशालय (डीजीएआरएम) ने धोखाधड़ी/ गलत कार्यों से जुड़े निर्यातकों से जुड़े सीमा शुल्क ब्रोकरों के आंकड़ों का विश्लेषण किया था। उससे प्राप्त जानकारी के आधार पर 56 सीमा शुल्क ब्रोकर के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
सीबीआईसी ने एक बयान में कहा कि 56 सीमा शुल्क ब्रोकर के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। इसमें से 37 दिल्ली के हैं। कुल 62 सीमा शुल्क ब्रोकरों की जांच के बाद यह पाया गया कि उन्होंने 1,431 निर्यातकों के 15,290 से अधिक निर्यात की खेपों के प्रबंधन किए। इन निर्यातकों का कोई अता-पता नहीं है। एक मामले में सीमा शुल्क ब्रोकर ने 99 निर्यातकों के निर्यात का प्रबंधन किया जबकि निर्यातकों का कोई अता-पता नहीं है। उसने 121.79 करोड़ रुपए के आईजीएसटी रिफंड का दावा किया था।
सीबीआईसी के अनुसार इन सीमा शुल्क ब्रोकरों की गतिविधियां कुछ समय से संदेह के घेरे में थी। अधकिारियों ने अबतक 226 करोड़ रुपए के आईजीएसटी (एकाकृत माल एवं सेवा कर) रिफंड को रोका है। बयान के अनुसार इनमें से 56 के लाइसेंस को निलंबित किया गया है जबकि शेष जांच के घेरे में है। निलंबित सीमा शुल्क ब्रोकर कारोबार नहीं कर पाएंगे।