Budget 2016: इन्होंने बनाया बजट, जानिए बजट टीम के बारे में
29 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री एनडीए सरकार का दूसरा पूर्ण बजट पेश करेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं बजट में जिन सरकारी योजनाओं, घोषणाओं और तमाम आय-व्यय का लेखा-जोखा शामिल होता है उसे कौन तैयार करता है।
नई दिल्ली: 29 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री एनडीए सरकार का दूसरा पूर्ण बजट पेश करेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं बजट में जिन सरकारी योजनाओं, घोषणाओं और तमाम आय-व्यय का लेखा-जोखा शामिल होता है उसे कौन तैयार करता है। दरअसल वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक पूरी टीम होती है जो बजट को अंतिम रूप देती है। तो जानिए बजट टीम में कौन-कौन शामिल होता है।
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वित्त मंत्री: (अरुण जेटली)
देश के केंद्रीय वित्त मंत्री बजट टीम के मुखिया होते हैं, साथ ही वो बजट के प्रमुख चेहरे होते हैं। वो खुद बजट की स्क्रिप्ट तैयार करते हैं जो कि बजट का सार होता है।
वित्त राज्य मंत्री (Minister of State (MoS) for Finance): (जयंत सिन्हा)
वित्त मंत्री के बाद सबसे अहम जिम्मेदारी इन्ही के कंधों पर होती है। ये वित्त मंत्रालय से जुड़े तमाम हलकों से जानकारियां जुटाकर वित्त मंत्री से साझा करते हैं। ये वित्त मंत्री की सहायता करते हैं और बजट स्पीच लिखने में उनकी मदद भी करते हैं।
वित्त सचिव (Finance Secretary): (रतन पी वाटल)
इनके पास इस बार एक्सपेंडीचर सेक्रेटरी का भी जिम्मा है। ये बजट टीम के तीसरे सबसे महत्वपूर्ण सिपाही होते हैं। एक लिहाज से देखा जाए तो ये बजट बनने की पूरी प्रक्रिया के इंचार्ज होते हैं।
आर्थिक मामलों के सचिव (Secretary, Economic Affairs): (शक्ति कांत दास)
पूरी बजट प्रक्रिया का सबसे अहम किरदार आर्थिक मामलों का सचिव होता है, क्योंकि आर्थिक मामलों का मंत्रालय ही केंद्रीय बजट के तैयार होने में अहम भूमिका निभाता है। ये विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हितधारकों से बात करते हैं। ये आरबीआई गवर्नर से तालमेल रखते हैं और साथ ही महंगाई को ध्यान में रखते हुए वो आर्थिक वृद्धि पर नजर रखते हैं।
राजस्व सचिव (Revenue Secretary): (डॉ हसमुख अधिया)
राजस्व सचिव उस विभाग के मुखिया होते हैं जो सभी मंत्रालयों की गतिविधियों को चालू रखने के लिए राजस्व जुटाने का काम करता है। यह बात न सिर्फ उनकी स्थिति को अहम बनाती है बल्कि काफी मुश्किल भी क्योंकि हर आवंटन कोष की उपलब्धता पर निर्भर करता है। यह जिम्मेदारी राजस्व सचिव की ही होती है वो बजट के दौरान यह सुनिश्चित करे कि उन खर्चों के लिए फंड मुहैया होता रहे जिसके लिए सरकार पहले ही प्रतिबद्धता जता चुकी है।
वित्त सेवा सचिव (Secretary, Financial Services): (अंजुली छिब दुग्गल)
बजट बनने की प्रक्रिया में वित्त सेवा सचिव की भी अहम भूमिका होती है। वह नीति निर्धारण, योजना, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में सुधारों को लागू करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
विनिवेश सचिव (Secretary, Disinvestment): (नीरज कुमार गुप्ता)
इनका काम यह होता है कि वो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों को ध्यान में रखते हुए वित्तीय वर्ष के लिए विनिवेश के लक्ष्यों को तय करें।
मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor): (डॉ अरविंद सुब्रमण्यम)
यह पूरी बजट प्रक्रिया का सबसे अहम किरदार होता है, जो तमाम सचिवों के साथ मिलकर काम करता है और आर्थिक परिदृश्य के हिसाब से खेती से लेकर उद्योगों तक के विकास का खाका तैयार करता है।
संयुक्त सचिव बजट (Joint Secretary, Budget): (प्रवीण गोयल)
यह आर्थिक मामलों के विभाग से जुड़े होते हैं और बजट बनने की पूरी प्रक्रिया के नोडल प्वाइंट होते हैं। इनके दिशानिर्देश में ही तथ्यों का संग्रहण, मिलान और जानकारी के बाद बजट की पटकथा लिखी जाती है।