नई दिल्ली। भारतीय कंपनियों के लिए तैयार फॉर्च्यून नेक्स्ट 500 लिस्ट में जस्ट डायल, यूटीआई असेट मैनेजमेंट कंपनी और आईआरसीटीसी जैसी कंपनियों को शामिल किया गया है। इस लिस्ट में टॉप पर डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज है। नेस्क्ट 500 लिस्ट में शामिल अधिकांश कंपनियां मिड-साइज की हैं और मैग्जीन ने इन्हें स्मॉल वंडर्स कहकर संबोधित किया है।
डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज 1,693 करोड़ रुपए के सालाना रेवेन्यू के साथ इस लिस्ट में टॉप पर है, इसके बाद नेक्टर लाइफसाइंस (1692 करोड़ रुपए), ओसवाल वूलने मिल्स (1689 करोड़ रुपए), वीआरएल लॉजिस्टिक्स (1682.5 करोड़ रुपए) और हिताची होम एंड लाइफ सोल्यूशंस (1682.18 करोड़ रुपए) का स्थान है। नेक्टर लाइफसाइंस की इस लिस्ट में पहली बार एंट्री हुई है, जबकि अन्य चार कंपनियों की रैंकिंग में पिछले साल की तुलना में सुधार आया है। मैग्जीन के मुताबिक नेक्स्ट 500 कंपनियों का संयुक्त रेवेन्यू 5,14,788 करोड़ रुपए है, जबकि औसत आधार पर इन कंपनियों का रेवेन्यू 1000 करोड़ रुपए है।
यह कंपनियां विभिन्न सेक्टर्स से संबंधित हैं, जिसमें बेसिक मैटेरियल्स, फाइनेंशियल सर्विसेस, फूड एंड एग्री प्रोडक्ट्स, फार्मा और इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, कैपिटल गुड्स तथा आयरन व स्टील शामिल हैं। टॉप 10 में शामिल अन्य कंपनियों में गुजरात मिनरल्स डेवलपमेंट कॉर्प, लुकास-टीवीएस, गति, एडेको इंडिया और जिंदल एल्यूमिनियम शामिल हैं। भारतीय रेलवे की टूरिज्म एंड कैटरिंग कंपनी आईआरसीटीसी की रैकिंग सुधरकर 199 हो गई, जो 2015 में 328 थी।
यूटीआई असेट मैनेजमेंट कंपनी और जस्ट डायल को क्रमश: 442 और 449 रैंक मिली है। नारायण हृदालया, उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेस, डा. लाल पैथलैब और पराग मिल्क फूड्स ने भी इस लिस्ट में जगह बनाई है। इनके अलावा इस लिस्ट में पीवीआर (62), मॉयल (142), बजाज कॉर्प (319), फ्रैंकलिन टेम्पल्टन असेट मैनेजमेंट (351), मोतीलाल ओसवाल सर्विसेस (355), रेपको होम फाइनेंस (415), मोन्सेंटो इंडिया (447) शामिल हैं।
Latest Business News