नई दिल्ली। देश में महंगाई की आग और भड़कने लगी है। जून में थोक वस्तुओं की महंगाई दर में जोदार इजाफा हुआ है। यह पिछले महीने 1.62 फीसदी पहुंच गई। यह पिछले 20 महीने का उच्चतम स्तर है। थोक महंगाई दर मई के मुकाबले लगभग दोगुनी है। मई महीने में थोक महंगाई दर 0.79 फीसदी थी। केंद्रीय सांख्यकी विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में दाल, चावल, सब्जी के अलावा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी के चलते थोक महंगाई दर में यह वृद्धि देखी गई है।
जून में 22 माह के उच्च स्तर 5.77 फीसदी पर पहुंची खुदरा महंगाई दर
क्या-क्या हुआ महंगा
महीने दर महीने आधार पर जून में सब्जियों की महंगाई दर 12.94 फीसदी से बढ़कर 16.91 फीसदी रही है। वहीं महीने दर महीने आधार पर जून में मैन्यूफैक्चर्ड ऑर्टिकल्स की महंगाई दर 0.91 फीसदी से बढ़कर 1.17 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जून में नान-फूड की महंगाई दर 4.48 फीसदी से बढ़कर 5.72 फीसदी रही है।
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रिटेल महंगाई भी 22 महीनों के उच्च स्तर पर
थोक महंगाई से पहले मंगलवार को पेश हुए रिटेल महंगाई के आंकड़े भी सरकार से लेकर आम आदमी को परेशान करने वाले ही थे। जून में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 5.77 फीसदी रही, जो पिछले 22 माह का सबसे ऊंचा स्तर है। मई माह में महंगाई की यह दर 5.76 फीसदी थी। मंगलवार को केंद्रीय सांख्यिकी एवं क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में जहां एक ओर रिटेल महंगाई बढ़ी है, वहीं इसके विपरीत मई में औद्योगिक उत्पादन में कमी आई है।
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