नई दिल्ली। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बार्कलेज ने भारत की जीडीपी ग्रोथ पर भरोसा जताया है। बार्कलेज के मुताबिक जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी को उम्मीद है कि महंगाई दर में आई गिरावट को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) अगले साल की पहली छमाही में ब्याज दर में 0.5 फीसदी की कटौती करेगा।
जारी रहेगी महंगाई दर में गिरावट
बार्कलेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत का मैक्रो इकोनॉमिक डेटा आम तौर पर अनुकूल है और महंगाई दर में गिरावट कुछ और समय तक बरकरार रह सकता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी थी जबकि थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई शून्य से 3.8 फीसदी कम रही है।
2016 की पहली छमाही में 0.50 फीसदी घटेंगी ब्याज दरें
रिपोर्ट में कहा गया कि प्रभावी फूड प्राइस मैनेजमेंट, कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और डॉलर के मुकाबले स्थिर रुपया 2016 में महंगाई को नियंत्रित रखने में मदद करेगी। बार्कलेज ने कहा कि लंबे समय तक महंगाई दर में नरमी से नीतिगत दर कम करने की गुंजाइश मिलेगी और हमारा अनुमान है कि 2016 की पहली छमाही में नीतिगत दर में और 0.5 प्रतिशत की कटौती हो सकती है।
2016 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहेगी: आईएमएफ
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने कहा कि वह भारत में आर्थिक सुधार की दिशा में एक के बाद एक उठाए गए विभिन्न कदमों का मोटे तौर पर समर्थन करता है। आईएमएफ का कहना है कि भारत का सुधार कार्यक्रम सही दिशा में चल रहा है। आईएमएफ ने 2016 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। वहीं, चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहने का अनुमान है।
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