नए प्रवर्तक मिलने तक जेट एयरवेज के ऋणदाता ले सकते हैं कंपनी में हिस्सेदारी, अप्रैल अंत तक 13 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें स्थगित
भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाला बैंक समूह पिछले पांच महीने से नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए समाधान योजना पर काम कर रहा है।
नई दिल्ली। कर्ज के बोझ में दबी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के ऋणदाता कंपनी के नए प्रवर्तक मिलने तक उसमें अहम हिस्सेदारी ले सकते हैं। इस घटनाक्रम से जुड़े करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि कंपनी का नया प्रवर्तक मिलने में अभी भी दो से तीन महीने का समय लग सकता है। एक बार वह प्रक्रिया पूरी हो जाए तो बैंक इसमें अपनी हिस्सेदारी बेच देंगे।
भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाला बैंक समूह पिछले पांच महीने से नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए समाधान योजना पर काम कर रहा है। कंपनी पर करीब 8,200 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है और उसे मार्च के अंत तक 1,700 करोड़ रुपए का पुनर्भुगतान करने की जरूरत है। सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज के ऋणदाता कंपनी में अहम हिस्सेदारी ले सकते हैं। यह नए प्रवर्तकों के आने तक कंपनी को अंतरिम राहत देगा।
जेट ने अप्रैल अंत तक 13 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें स्थगित की
निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज ने अप्रैल के अंत तक 13 और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें स्थगित करने की घोषणा की है। इसके अलावा सात अन्य अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर फेरों की संख्या घटाई गई है। इनमें ज्यादातर दिल्ली और मुंबई से अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जाने वाली उड़ानें हैं।
जिन मार्गों पर उड़ानें अस्थायी तौर पर स्थगित की गई हैं उनमें पुणे-सिंगापुर (सप्ताह में सात) और पुणे-अबू धाबी (सप्ताह में सात) भी शामिल हैं। जेट पहले ही मुंबई-मैनचेस्टर मार्ग पर उड़ानें स्थगित करने की घोषणा कर चुकी है। धन की कमी और किसी तरह के राहत पैकेज (बेलआउट) नहीं मिलने की वजह से नरेश गोयल के नियंत्रण वाली एयरलाइन अपने 600 दैनिक उड़ान परिचालन को घटाकर चौथाई स्तर पर ला चुकी है। उसके 119 विमानों के बेड़े में मात्र 33 प्रतिशत ही परिचालन में हैं।
एयरलाइन ने दिल्ली से अबू धाबी (सप्ताह में नौ), दम्माम (सप्ताह में 14), ढाका (11), हांगकांग और रियाद (सप्ताह में सात-सात) स्थगित की हैं। इसके अलावा जेट ने बेंगलुरू से सिंगापुर मार्ग पर भी उड़ानें स्थगित की हैं। इस मार्ग पर एयरलाइन रोजाना दो उड़ानों का परिचालन करती है। इस अवधि के लिए मुंबई से जो उड़ानें रद्द की गई हैं उनमें अबू धाबी (सप्ताह में 12), दम्माम (सप्ताह में 14) और बहरीन (4-7 साप्ताहिक) हैं। सूत्रों ने बताया कि इन मार्गों पर उड़ानें 30 अप्रैल तक स्थगित रहेंगी।