नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे भारत की तीन दिन की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्षिक शिखर-वार्ता होगी। दोनों देश भारत में बुलेट रेल प्रणाली की स्थापना के 98,000 करोड़ रुपए के एक करार के साथ कुछ अन्य समझौते भी कर सकते हैं। इस यात्रा में एशिया की इन दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच तालमेल बिठाने और विशेष रणनीतिक संबंधों को नई उंचाई पर ले जाने पर विशेष ध्यान होगा।
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बुलेट ट्रेन के लिए 98,000 करोड़ के करार संभव
भारत-जापान के बीच 9वीं वार्षिक शिखर बैठक शनिवार को होगी। इसमें मोदी और जापानी प्रधानमंत्री पिछले एक साल में खास कर व्यापार और निवेश के क्षेत्र में लिए गए द्विपक्षीय निर्णयों पर प्रगति की समीक्षा करेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस यात्रा में दोनों पक्षों के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन प्रणाली के निर्णय के लिए 98,000 करोड़ रुपए के करार के साथ साथ कई समझौते किए जाएंगे।
वाराणसी जाएंगे जापान के प्रधानमंत्री
एबे दिल्ली से वाराणसी भी जाएंगे। वाराणसी मोदी का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है। वहां की यात्रा साढ़े चार घंटे की होगी और एबे इस दौरान वहां प्रसिद्ध दसाश्वमेध घाट पर गंगा-आरती का दर्शन करेंगे। इस दौरान प्रधान मंत्री मोदी उनके साथ होंगे। शाम को वह दिल्ली वापस आ जाएंगे। मोदी की पिछली जापान यात्रा में एबे मोदी के साथ क्योटो शहर गए थे। एबे दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिलेंगे। वह भारत-जापान नवोन्मेष संगोष्ठी में भाग लेने के अलावा उद्यमियों के एक समूह से बातचीत करेंगे। तोक्यो में पिछले साल हुई शिखर वार्ता में दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों का स्तर बढा कर विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी के स्तर पर ले जाने पर सहमति जताई थी। मोदी वहां पिछले साल 30 अगस्त से तीन सितंबर तक थे।
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