टोक्यो। जापान में क्रिप्टो करैंसी से जुड़ी सबसे बड़ी साइबर डकैती सानने आई है। हैकरों ने जापान के एक एक्सचेंज को 58 अरब येन मूल्य की क्रिप्टोकरंसी का चूना लगाया। भारतीय मुद्रा में यह राशि करीब 34 अरब रुपए है। जापानी मीडिया में आई खबरों में यह दावा किया गया है। इस घटना के बाद कॉइनचेक एक्सचेंज ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसने NEM नाम की डिजिटल करंसी की बिक्री और निकासी पर रोक लगा रखी है। वेबसाइट पर चेतावनी के रूप में लिखा है कि उसने दूसरी अन्य क्रिप्टोकरंसी के कारोबार पर भी पाबंदी लगा दी है।
इस संबंध में कॉइनचेक ने शुक्रवार रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कॉइनचेक के प्रेसिडेंट कोइचिरो वादा ने सभी से माफी मांगी। क्योदो न्यूज सर्विस के अनुसार वादा ने कहा कि कंपनी वित्तीय सहायता की मांग कर सकती है। जापानी टीवी के फुटेज में भी ग्राहकों को कंपनी के हेड ऑफिस के बाहर खड़ा दिखाया गया है।
कॉइनचे के मुताबिक यह एशिया में बिटकॉइन और क्रिप्टोकरंसी का सबसे बड़ा एक्सचेंज है। कॉइनचेक का कहना है कि उसने शुक्रवार सुबह रात करीब 3 बजे अपने सिस्टम में अनधिकृत प्रवेश को पकड़ा। इससे पहले साल 2014 में जापान के ही बिटकॉइन एक्सचेंज Mt. Gox में 48 अरब येन की हैकिंग हुई थी। लेकिन यह हैकिंग इससे भी बड़ी है।
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