टोक्यो। जापान की अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून की तिमाही में सालाना आधार पर 27.8 प्रतिशत की रिकॉर्ड गिरावट आई है। सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस महामारी की वजह से उपभोग तथा व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे अर्थव्यवस्था में जोरदार गिरावट दर्ज हुई है। कैबिनेट कार्यालय के अनुसार जापान का समायोजित वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत घटा है।
सालाना दर से तात्पर्य एक साल तक इस आंकड़े के जारी रहने से है। जापानी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, कैबिनेट कार्यालय का कहना है कि अर्थव्यवस्था के आंकड़ों की तुलना 1980 से शुरू हुई थी। इससे पहले जापानी अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट 2009 में दर्ज हुई थी। यह 2008-09 के वैश्विक संकट का समय था।
2022 से पहले विश्व अर्थव्यवस्था के बहाल होने की संभावना नहीं
स्पेन की एल मुनदो वेबसाइट ने हाल में लेख जारी कर कहा कि विश्व के प्रमुख बहुराष्ट्रीय निगमों का मानना है कि विश्व अर्थव्यवस्था को 2022 से पहले महामारी के पहले के स्तर तक बहाल नहीं किया जा सकता है। यह अमेरिका ओवी परामर्श कंपनी की एक जांच में सामने आया है। जांच से जाहिर है कि अमेरिकी फॉर्च्यून पत्रिका के विश्व 500 शक्तिशाली बहुराष्ट्रीय निगमों के सीईओ में 75 प्रतिशत लोग मानते हैं कि 2022 से पहले विश्व अर्थव्यवस्था को महामारी के पहले के स्तर तक बहाल नहीं किया जा सकेगा।
इसके साथ ही विश्व के पहले 50 बहुराष्ट्रीय निगमों में से 90 प्रतिशत निगमों ने महामारी के दौरान खर्च को कम करने की योजना बनायी है। यह निगमों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने का प्राथमिक मिशन है। विश्व बैंक द्वारा जून माह में जारी विश्व आर्थिक आउटलुक की रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड-19 के झटके से अनुमान है कि 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था में 5.2 प्रतिशत की कटौती होगी। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे गंभीर आर्थिक मंदी है।
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